जी हां अब खापरखेड़ा का नाम भी गिनिस बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हों सकता है. ऐसा होता है तो खापरखेड़ा का नाम भी पूरे विश्व में पहचाना जायगा. और इसे पूरा करने का प्रयास भारतदेश की बेटी कर रही.
महाराष्ट्र का पहला बिजलीघर होने का इतिहास खापरखेड़ा ने बनाया है और अब खापरखेड़ा का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में भी शामिल हो इसलिए विदर्भ की बेटी और दुनिया की पहली आइस लीम्बो स्केटर श्रिष्टि शर्मा अब खापरखेड़ा में वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाएगी. गुरुवार को सुबह 50 मीटर दूरी का लीम्बो स्केटिंग ट्रायल खापरखेड़ा परिसर के मिलन चौक स्थित मुन्ना गैरेज के सामने सीमेंट रोड पर लिया गया. इस ट्रायल में 8.34 सेकंड में दूरी तय की गई लेकिन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की लिए यह दूरी उसे 7.98 सेकंड से भी कम समय मे पूरी करना है. सोमवार को फिर से टाइमिंग ट्रायल लिया जायेगा.
आज सृष्टि शर्मा ने अपने होने वाले छठवे गिनिस वर्ल्ड रिकॉर्ड टाइटल उसका सफलता पूर्वक प्रयास किया ! गिनिस वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा निर्धारित 50 मीटर कि दूरी 7.984 निर्धारित की गयी है . इस रिकॉर्ड को सफलता पूर्वक ब्रेक करने की आज पुरी की । इसके पहले उमरेड मे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इस अभियान के तहत फास्टेट टाइम टू लिम्बो स्केट अंडर 10 बार इसका निर्धारित समय एक दशमलग सातसौ बिस (1.720) था और सृष्टि ने एक दशमलग छःसो चौरानबे (1.694 ) सेकंड ला कर इतिहास रचा. आज 50 मीटर फास्टेट टाइम टू लिम्बो स्केट का आज पहला ट्रायल था. और आने वाले दूसरे ट्रायल मे 50 मीटर का जो समय 7.984 है इस रिकॉर्ड को ब्रेक करना है खापरखेड़ा वासी और इनबीसीएन की टीम के अलावा उनके करीबी लोग आशा करते है की होने वाले दूसरे ट्रायल मे इस समय को ब्रेक कर लेंगे.