शहर के बाहर जिला परिषद चौक का कुछ साल पहले प्रेम के प्रतीक और जिले की पहचान सारस पाक्षी के जोड़े की प्रतिकृति लगाकर सौंदर्यीकरण किया गया था। हालांकि, आज यह सौंदर्यीकरण खराब हो गया है।
शहर के बाहर, आमगाँव मार्ग पर जिला परिषद, जिलाधिकारी कार्यालय और जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय हैं। इस मार्ग पर आमगाँव-सलेकसा, गोरेगांव बाईपास, बालाघाट, तिरोडा बाईपास चौराहे हैं। इस चौराहे का कुछ साल पहले अदानी फाउंडेशन ने सौंदर्यीकरण किया था। इस पर हजारों रुपए खर्च किए गए। प्रेम के प्रतीक सारस के आलिंगन में जोड़े को इस चौक में बनाया गया है। जिला परिषद चौक का यह सौंदर्यीकरण और एक जैसे पक्षियों के जोड़े की प्रतिकृति यहां से आने-जाने वाले लोगों का आकर्षण बनी। लेकिन आज की स्थिति में यह सौंदर्यीकरण जर्जर स्थिति में है। चूंकि वर्ग संबंधित अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं रखा जाता है, यह कचरे और झाड़ियों से घिरा हुआ है। जर्जरता की स्थिति पर नजर डालने पर पता चलता है कि सौंदर्यीकरण पर खर्च किए गए हजारों रुपये की धनराशि व्यर्थ चली गई है जिला परिषद चौक पर भारी व भारी वाहनों का जाम देखा जा सकता है। ट्रैफिक को सुचारू बनाने के लिए यहां ट्रैफिक लाइटें लगाई गई थीं। लेकिन, वह भी कई दिनों से बंद हैं। जिससे यहां हादसों का डर हमेशा बना रहता है। यहां ट्रैफिक पुलिस तैनात होने के बावजूद वह अपनी ड्यूटी ईमानदारी से नहीं करते हैं। अक्सर उन्हें अपनी ड्यूटी छोड़कर मोबाइल पर बैठे या किसी कोने में बाइक खड़ी करते देखा जा सकता है।