महाराष्ट्र में ग्राम पंचायत चुनावों के नतीजों की तारीख 14 अक्टूबर के बजाय बदलकर 15 अक्टूबर कर दी जानी चाहिए। उस दिन पूरे भारत में “धम्मचक्र प्रार्थना” दिवस उत्साह के साथ मनाया जाता है, ताकि ऐसा न हो कि इससे शांति और व्यवस्था भंग हो जाए, बौद्ध समाज संघर्ष समिति लाखांदूरने तहसीलदार लाखांदूरके माध्यम से तहसीलदार लाखांदूरके माध्यम से चुनाव आयोग, महाराष्ट्र राज्य, मुंबई को एक ज्ञापन सौंपा। प्राप्त बयान के अनुसार, हाल ही में ग्राम पंचायत चुनाव घोषित किए गए थे, जिसमें चुनाव परिणाम की तारीख 14 अक्टूबर रखी गई थी। लेकिन 14 अक्टूबर को धम्मचक्र प्रार्थना का दिन है, व उस दिन पूरे भारत में बड़ी संख्या में बौद्ध एक साथ आते हैं और त्योहार मनाते हैं। उसी दिन परिणामों की घोषणा बौद्ध भाइयों के कार्यक्रम को बाधित करने और गांव में शांति और व्यवस्था को बिगाड़ने और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की संभावना से इनकार नहीं करती है। व यह सुनिश्चित करने के लिए कि व्यवस्था बनी रहे और सांप्रदायिक तनाव पैदा न हो, ग्राम पंचायत परिणामों की तारीख 14 अक्टूबर के बजाय 15 अक्टूबर कर दी जानी चाहिए। अन्यथा तालुका के बौद्ध समुदाय की ओर से कड़ा आंदोलन होगा। यह निवेदन देते हुए मनोज बन्सोड, मंगेश सुखदेवे, रोशन फुले, जयंत टेंभूर्णे, वासुदेव तोंडरे, ताराचंद सोनवाने, कैलास जांभुलकर, देविदास मेश्राम, नरेश सोनटक्के, ओमप्रकाश सोनटक्के, ओमप्रकाश सुखदेवे व बुध्दिष्ठ समाज संघर्ष समिती लाखांदूर के पदाधिकारी उपस्थित थे।