राज्य में हाल ही में बनी शिंदे-फडणवीस सरकार एक ऐसी सरकार है जो अंतिम मन के बारे में सोचती है और हमेशा किसानों के सुख-दुख में भाग लेती है। 8 अगस्त से 15 अगस्त के बीच भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण कृषि और घरों को हुए नुकसान के पंचनामे में तेजी लाकर,विधायक ने आश्वासन दिया कि उन्हें जल्द से जल्द नुकसान का मुआवजा मिलेगा। इसका परिणाम फुके ने किसानों को दिया है। वह रविवार को लखनदुर तालुक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अपने दौरे के दौरान प्रभावित किसानों से बात कर रहे थे। 8 अगस्त और 15 अगस्त को लगातार बारिश के कारण जिले में लगातार दो बार बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है और कई घरों के ढहने सहित हजारों हेक्टेयर में धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। लाखांदुर तालुका में भी इस बाढ़ से भारी क्षति के कारण विधायक डॉ. परिणय फुके ने सरकारी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।इस दौरे में सोनी, चप्राड, खैरी/पट, विहीरगाव, टेंभरी, डांभेविरली, गवराळा, मोहरणा, खैरणा, नांदेड, दोनाड, ईटान, विरली/खुर्द यासह वैंनगंगा व चूलबंध नदी के किनारे बसे एक गांव में किया जाता है। इस समय साकोली के उपविभागीय अधिकारी मनिषा दांडगे, तहसीलदार वैंभव पवार, खंडविकास अधिकारी जि. पी. अगर्ते, वनपरीक्षेञ अधिकारी रूपेश गावीत, सा.बा. मुख्य अभियंता डि. एस. मटाले, पोलीस निरीक्षक रमाकांत कोकाटे, भाजपा ता. अध्यक्ष विनोद ठाकरे, वामनराव बेदरे, अँड. वसंतराव एंचिलवार, नरेश खरकाटे, नुतन कांबले, जि. प. सदस्य प्रियंक बोरकर, जि. प. सदस्य प्रतिक उईके, शिवाजी देशकर, देवा राऊत, उपनगराध्यक्ष प्रल्हाद देशमुख, शिवाजी देशमुख, गोपाल तरेकार, पुरूषोत्तम ठाकरे, मधुर उके, मनोज भुरले यांच्यासह आदी अधिकारी, कर्मचारी, सरपंच, तलाठी व भाजपा कार्यकर्ता बड़े पैमाने पर उपस्थित थे।