पूर्व प्राचार्य, उनकी पत्नी, बेटे का निंदनीय कारनामा.
चंद्रपुर,भिसी में एक पूर्व प्राचार्य, उसकी पत्नी और 25 साल के बेटे ने एक 8 साल के बच्चे को घीसटते हुए अपने मकान में ले जाकर उसे लात घुसो से बुरी तरह से पीट डाला. बच्चे की इतनी खता थी कि उसने उनके वाहन को छू लिया था. यह घटना बुधवार 25 दिसंबर को सुबह 10 बजे हुई. बच्चे के माता पिता ने आरोपियों पर मामला दर्ज करने की मांग की है.
भिसी पुलिस थाने में दर्ज पीडित बच्चे की मां की शिकायत के अनुसार बच्चे को इतना पीटा गया कि उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भिसी में भरती किया गया. डॉक्टर की मेडिकल रिपोर्ट के बाद भी आरोपियेां पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसलिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस मामले की निष्पक्ष जांच कर बच्चे को पीटनेवाले आरोपियों पर बाल अत्याचार प्रतिबंधक कानून के तहत गिरफ्तार करें.
पत्र परिषद लेकर पीडित बच्चे मंथन शंकर रामटेके की मां सूर्यकांता, पिता शंकर रामटेके, पूर्व सरपंच विश्रांति रामटेके, सेवक रामटेके, विलास रामटेके, कवडू वासनिक, शामराव रामटेके ने इस मामले की जानकारी दी.
उनके अनुसार सुबह के समय भिसी निवासी 8 वर्षीय बालक मंथन शंकर रामटेके अपने घर की ओर आ रहा था. उसने पूर्व प्राचार्य सुधाकर गोहणे की कार को हाथ लगा लिया. इस पर सुधाकर गोहणे, उसकी पत्नी कांचन गोहणे, पुत्र मयूर गोहणे ने उसे पकड लिया और उसे घिसटते हुए घर के दूसरे माले पर ले जाकर उसे पीटा जिससे उसका एक गाल सूज गया.
इसकी शिकायत सूर्यकांता शंकर रामटेके ने भिसी पुलिस में की तो बच्चे को प्राथमिक स्वाथ्स्य केन्द्र भिसी में भरती किया और डॉक्टर के मेडिकल रिपोर्ट पर पुलिसने पीडित बच्चे के मां को एन.सी अदखलपात्र मामला दर्ज कर न्यायालय से गुहार लगाने का सुझाव दिया.
बच्चे के माता पिता का कहना है कि आरोपियों ने उनके बच्चे को अमानवीय तरीके से पीटा है इसलिए आरोपियों पर बाल अत्याचार प्रतिबंधक कानून के तहत मामला दर्ज कर उन पर कार्रवाई की जाए.
निशांत फुलेकर, प्रभारी थानेदार, भिसी ने जानकारी देते हुए कहा कि, बच्चे के साथ मारपीट की शिकायत आयी है. मारपीट की निष्पक्ष जांच की जाएगी. दोषी आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. उक्त मामले में दोषियों पर उचित कानूनी अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.