गाजा में जारी खूनखराबे को रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20 प्वाइंट वाली शांति योजना पर भारत में फिलिस्तीन के राजदूत अब्दुल्ला अबू शावेश ने सकारात्मक रुख दिखाया है। उनका कहना है कि अगर यह योजना युद्ध रोकने और लोगों को भूख से बचाने में मदद करती है, तो इसे अपनाने में कोई हर्ज नहीं है।
राजदूत शावेश ने कहा – “हर वक्त सही समय होता है, अगर उससे जानें बचाई जा सकती हैं। गाजा में बच्चे भूख और कुपोषण से मर रहे हैं। अगर यह प्रस्ताव उन्हें राहत देता है, तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए।”
उन्होंने साफ किया कि शांति केवल इस योजना तक सीमित नहीं हो सकती। शांति प्रक्रिया एक लंबी यात्रा है और इसके लिए दो-राष्ट्र समाधान (Two-State Solution) ही वास्तविक रास्ता है। इसी के जरिए स्थायी शांति संभव होगी।
फिलिस्तीनी नेशनल अथॉरिटी और फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन (PLO) ने भी इस प्रस्ताव का आधिकारिक स्वागत किया है, लेकिन भविष्य के लिए अपने विज़न पर टिके रहने की बात दोहराई है।
भारत की भूमिका पर बोलते हुए अब्दुल्ला अबू शावेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की सराहना की। उन्होंने कहा – “आज भारत की आवाज पूरी दुनिया सुनती है। भारत शांति प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा सकता है।”
