फार्मास्युटिकल क्षेत्र में होगा अहम आयोजन

सौंसर. फार्मास्युटिकल क्षेत्र में नवाचार और रोगी सुगमता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पहला राष्ट्रीय फार्मा कॉन्क्लेव 8 फरवरी 2025 को आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन जीएच रायसोनी विश्वविद्यालय, साईखेड़ा और दादासाहेब बालपांडे कॉलेज ऑफ फार्मेसी, बेसा, नागपुर के सहयोग से तथा एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय) की साझेदारी में रियान टॉवर, मंगलवारी, नागपुर स्थित ऑडिटोरियम में संपन्न होगा।
कॉन्क्लेव का मुख्य विषय “एडवांस अफोर्डेबल हेल्थकेयर: ब्रीडिंग इनोवेशन एंड अकेसिबिलिटी” रहेगा। इसमें उद्योग जगत के अग्रणी विशेषज्ञ, शोधकर्ता, नीति-निर्माता और शिक्षाविद एक मंच पर आएंगे, ताकि फार्मास्युटिकल नवाचार, नियामक नीतियों और रोगी सुगमता के बदलते परिदृश्य पर चर्चा की जा सके।
इस कॉन्क्लेव में 300+ प्रतिभागी, जिनमें छात्र, उद्योग विशेषज्ञ और शिक्षाविद शामिल होंगे। कॉन्क्लेव में कीनोट सेशंस, पैनल डिस्कशन और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान किए जाएंगे। प्रमुख विषयों में “ट्रांसफॉर्मिंग एसेस टू मेडिसिन”, “एक्सप्लोरिंग बायोसिमिलर्स” और “ईपीआर इवोल्यूशन” पर गहन चर्चा होगी।
इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित वक्ता अपने विचार साझा करेंगे, जिनमें प्रमुख नाम डॉ. राजेश बाहेकर, डॉ. श्रीकांत फुले, डॉ. प्रशांत खारकर समेत अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं। यह आयोजन जीएच रायसोनी विश्वविद्यालय के डीन डॉ. डी. सी. साहू और डीबीसीओपी, बेसा नागपुर की प्रिंसिपल डॉ. उज्ज्वला महाजन के नेतृत्व में किया जा रहा है, जबकि डॉ. अजय पीसे और डॉ. अनमोल धावंदे संयोजक की भूमिका निभा रहे हैं।
कॉन्क्लेव में मौजूद विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में छात्रों को न केवल नेटवर्किंग का अवसर मिलेगा, बल्कि वे अपने करियर के नए रास्ते तलाश सकेंगे। इस आयोजन से उन्हें नौकरियों, इंटर्नशिप और अन्य संभावनाओं के द्वार खोलने में मदद मिलेगी।
फार्मास्युटिकल क्षेत्र में हो रहे इस महत्वपूर्ण आयोजन ने शिक्षाविदों और उद्योग जगत का ध्यान आकर्षित किया है और यह नवाचार व रोगी सुगमता को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। अगली खबर के लिए यहां क्लिक करेंI