एक निजी बैंक के कर्ज से परेशान तहसील के आष्टा गांव के एक युवा किसान ने घर की छत से झूल कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह 8 बजे उपरोक्त आत्महत्या की घटना का खुलासा हुआ। मृतक युवक का नाम दीपक पुरणलाल सहदेव (उम्र28) है। इस मामले में युवक के पिता फिर्यादी पुरणलाल सखरु सहदेव (उम्र 65) ने पुलीस को बताया कि उन पर एक निजी बैंक का कर्ज़ा था। खेत की जमीन सूखी होने से पर्याप्त फसल की उपज नही हो रही थी,परिणामस्वरूप पर्याप्त आय भी नही मिल रही थी,जिस वजह से निजी बैंक का कर्जा चुकाना मुश्किल था। ऐसे में आए दिनों पिता के नाम बैंक की ओर से जारी होने वाली वसूली की नोटिस और कर्ज की राशि जमा करने के लिए बैंक द्वारा आने वाले लगातार फोन कॉल से दीपक तनावग्रस्त रहने लगा था। ऐसे में रविवार की सुबह जब परिवार की आंख खुली तो दीपक के कमरे का दरवाजा बंद था। दरवाजे पर काफी देर तक दस्तक देने के बाद दरवाजा अंदर से खोले नही जाने से दरवाजे को तोड़ा गया। जिसके बाद कमरे की छत से दीपक को झूलता देख उसके परिजनों के पैरों तले की जमीन खिसक गई। इस घटना की सूचना तत्काल दिग्रस पुलीस को दी गयी। जिसके बाद मर्ग रिपोर्ट दर्ज करते हुए दिग्रस पुलीस ने आष्टा पहुंचकर शव को बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए उसे दिग्रस के ग्रामीण अस्पताल में लाया। पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को शव सुपुर्द किया गया। परिजनों ने आष्टा में शव का अंतिम संस्कार किया। मृतक दीपक के पश्चात परिवार में पत्नी,बेटी,माता, पिता,भाई आदि का समावेश है। दीपक सहदेव की आत्महत्या से आष्टा गांव में शोक लहर व्याप्त है।