विद्युत वितरण विभाग के प्रबंधन के कारण नागरिकों के अंधेरे में रहने का समय आ गया है और साथ ही यह प्रकाश में आया है कि बिजली वितरण अधिकारी लोगों की जेब से पैसे निकाल रहे हैं। बारिश, हवा या हर जगह बिछाए गए तार बहुत पुराने हैं और रखरखाव के अभाव में सेवा के तार टूट जाते हैं या जल जाते हैं, इसलिए जनता को 2 घंटे और कभी-कभी रात भर अंधेरे में रहना पड़ता है। इसका कारण पूछते ही बिजली वितरण अधिकारी जवाब देते हैं कि सेवा तार उपलब्ध नहीं हैं। सिंदी मेघे में 2 जगह ऐसा ही मामला सामने आया है। तुषार निंबारते (सहायक अभियंता) ने जवाब दिया था कि लोगों को सर्विस वायर लाना था, हमारे पास नहीं था। लोगों ने बोरगांव मेघे प्रधान कार्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क करने के तुरंत बाद कहा कि हमारे स्टोर में सर्विस वायर उपलब्ध है। जब सर्विस वायर उपलब्ध कराने का काम विद्युतीकरण का है तो संबंधित बिजली वितरण अधिकारी ग्राहकों को दुकान से आने के लिए क्यों कहते हैं? नागरिक बाहर से सर्विस वायर ले रहा है तो बिजली वितरण स्टोर में सर्विस वायर कहां जाता है? वर्धा में कोई लोड शेडिंग नहीं है, लेकिन कुछ अधिकारियों की लापरवाही के कारण नागरिक लोड शेडिंग के भ्रम में रह जाते हैं। साथ ही बिजली विभाग के कुछ अधिकारी मीटर की मांग का भुगतान कर रहे नए ग्राहकों से अपनी रिकवरी चेन से पैसे की मांग कर रहे हैं। वहीं हमारे पास मीटर नहीं हैं। बिजली अधिकारियों का कहना है कि आप बाहर से खरीद लें ऐसा कहां जाता है। बिजली वितरक का प्रत्येक ग्राहक को लागत का खुलासा करना और मांग करने वाले प्रत्येक ग्राहक को मीटर प्रदान करना है। अगर आप बाहर से मीटर खरीदते हैं तो मीटर की कीमत रु. 2000 रुपये अब यदि कोई ग्राहक बाहर से मीटर खरीदता है और उसकी कीमत 2000 रुपये प्रति मीटर से अधिक हो जाती है बिजली विभाग ऊपर से कह रहा है कि हम घाटे में हैं, लेकिन इससे साफ है कि कोई भ्रष्ट अधिकारी है जो बिजली विभाग को डूबा रहा है। अतः इस प्रकार की गहन जांच एवं कार्यवाही अपेक्षित है नहीं तो युवा : परिवर्तन की आवाज संगठन सीधे बिजली राज्य मंत्री नितिनजी राउत और प्राजक्त तनपुरे के पास मीटर व सर्विस वायर के लिए जाकर आंदोलन करेंगे, ऐसा इशारा बिजली विभाग को दिया। ज्ञापन अधीक्षक अभियंता अशोक सावंत को सौंपा गया.ज्ञापन देते वक्त निहाल पांडे एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष, जिला उपाध्यक्ष प्रितेश इंगले, संपर्क प्रमुख सोनू दाते, कोषाध्यक्ष अक्षय बालसराफ सोशल मीडिया प्रमुख वृषभ मेंधुले, हेमंत भोसले, दिनेश देवतले, सचिन व्यापारी, अशु वाकडे, कल्पक मिसाल, समीर बेलखोडे अभिषेक मानकर और अन्य मौजूद थे।