नागपुर
कुख्यात अपराधी महेश उर्फ गमछू लांबट की मंगलवार की रात जुनी शुक्रवारी के गजानन चौक पर हत्या कर दी गई. हुई इस वारदात से खलबली मच गई है.
गमछू पुराना अपराधी था. चर्चा है कि उसकी जुनी शुक्रवारी परिसर के लोकेश, पियूष, ददया और पिंट्या से रंजिश चल रही थी. आरोपी गमछू को खोज रहे थे. रात 8.30 बजे गमछू बाईक पर सवार होकर घर के पास स्थित गजानन चौक से गुजरा. उसी वक्त पांच-छह युवकों ने उसे घेरसर धारदार हथियार, डंडे तथा पत्थर से वार कर दिया. उसकी हत्या करके हमलावर फरार हो गए. डीसीपी लोहित मतानी, गजानन राजमाने मौके पर पहुंच गए. पुलिस संदिग्धों की खोज में जूट गई.
गमछू ने सूभाष साहू हत्या के अलावा कई वारदात में लिप्त था. गमछू ही सूभाष का सहायक था. नवंबर 2011 में सूभाष की हत्या की गई थी. उसे साधू बनकर आए व्यक्ति ने प्रसाद में सायनाईड देकर मारा था. आरंभ में कोतवाली पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया था. बाद में फारेंसिक एक्सपर्ट की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने उसके हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए गंभीरता नहीं दिखाया. सूभाष क्रिकेट सट्टे में लिप्त था. गमछू उसका बेहद करीबी था. 2016 में क्राइम ब्रांच ने गमछू और कुख्यात लकी खान को गिरफ्तार किया.