कोविड के बाद म्युकरमायकोसिस सबसे खराब बीमारियों में से एक है कई लोग इस बीमारी से पीड़ित हुए इस ययाही नहीं हर आयु के लोग प्रभावित हुए है। इससे रोगियोंको कई दवाओं, आपातकालीन सर्जरी, लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा।इस घातक बीमारी के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए किंग्सवे अस्पताल म्यूकर रोग से बचे लोगों के साथ है। । इन समस्याओं से निपटने और प्रेरित करने के लिए आज किंग्सवे द्वारा समुपदेशन सत्र का आयोजन किया गया था , यहां उन्हें मनोवैज्ञानिक और पुनर्वास पर परामर्श दिया। सभी मरीजों और रिश्तेदारों को अपनी समस्याएं साझा की गयी है । हमारी संवादाता क्षितिजा देशमुख इस दौरान किंग्सवे अस्पताल के डॉक्टर्स और म्युकरमायकोसिस से बचे मरीजोंसे बातचीत की है ने आईये डालते है एक नजर