शनिवार को पालकमंत्री नितिन राऊत ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के डोजी उपकरण कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया जिस दौरान उन्होंने कहा की कोविड संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हर मरीज को उपचार मिलना आवश्यक है . ऐसे में आईसीयू के बाहर के रोगियों के लिए डोजी उपकरण उपयुक्त साबित हो सकता है . उन्होंने इसका उपयोग बढ़ाने के निर्देश दिए .
उदघाटन के दौरान विभागीय आयुक्त डॉ . संजीव कुमार , जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे , डीन डॉ . अजय केवलिया , डोजी उपकरण के मुख्य संस्थापक मुदित दंडवते , एवं डॉ . वैशाली शेलगांवकर मौजूद थे . राऊत ने कहा कि इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में 150 , मेडिकल में 100 एवं किंग्जवे अस्पताल में 25 डोजी उपकरण हैं . इसके माध्यम से डॉक्टर दूर रहे कर मरीजों की जांच कर उपचार कर सकते हैं . कोविड संक्रमणकाल में यह काफी उपयोगी है . गंभीर रोगियों के उपचार के लिए डॉक्टरों को मदद मिलेगी , उन्होंने डॉक्टरों से इस उपकरण का आवश्यकतानुसार उपयोग करने के निर्देश दिए . इस उपकरण के माध्यम से हृदय की गति , रक्तदाब एवं हृदय को लेकर सभी जानकारी मिलती है . पालक मंत्री ने सिटी के कई अस्पतालों को भेंट दी और व्यवस्था का जायजा लिया . वे कामगार अस्पताल भी पहुंचे . वहां कोविड सेंटर बनाने के संदर्भ में जायजा लिया.जल्द से जल्द इसे तैयार करने का निर्देश दिया . वैद्यकीय अधीक्षिका डॉ . मीना देशमुख ने अस्पताल के स्टाफ के संदर्भ में उन्हें जानकारी दी.राऊत उसके बाद हज हाउस पहुंचे और वहां की इमारत का जायजा लिया . वहां भी कोविड सेंटर बनाने के संदर्भ में निर्देश दिये.उन्होंने आंबेडकर रुग्णालय को भी भेंट दी और जरूरी दिशानिर्देश दिये .