नागपुर। ‘पूरी दुनिया में इन दिनों प्रदूषण सबसे बड़ा संकट बना हुआ है. ऐसी स्थिति में कचरे से संपत्ति का निर्माण करने वाली महत्वाकांक्षी परियोजना के कारण नागपुर के कदम अब प्रदूषण मुक्ति की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं.’ यह प्रतिपादन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया. दोनों नेता नागपुर महानगरपालिका द्वारा सोमवार 27 नवंबर को आयोजित एकीकृत घनकचरा प्रक्रिया परियोजना के भूमिपूजन समारोह में बोल रहे थे.
नागपुर महानगरपालिका के भांडेवाड़ी में 1000 मे. टन क्षमता के घनकचरा प्रक्रिया केंद्र की स्थापना और देखभाल मरम्मत परियोजना का भूमिपूजन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथों किया गया. राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे. यह केंद्र डिज़ाइन, फायनान्स, निर्माण, स्वामित्व, उपयोग और हस्तांतरण (डीएफबीओओटी) की तर्ज पर स्थापित किया जाएगा.
कार्यक्रम में सर्वप्रथम केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भूमिपूजन करते हुए परियोनजा का शिलान्यास किया. उपस्थितों को मार्गदर्शन करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि एकीकृत घनकचरा प्रक्रिया परियोजना ‘वेस्ट टू वेल्थ’ और ‘नॉलेज टू वेल्थ’ दोनों सिद्धांतों से सुसंगत है. इस परियोजना के कारण नागपुर का विकास होगा और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का बेहतरीन उदाहरण देश के समक्ष पेश होगा. सॉलिड वेस्ट को अलग कर उसमें से खाद का उत्पादन, सीएनजी गैस, एलएनजी गैस, प्लास्टिक से र्इंधन बनाया जा सकेगा. इससे यह परियोजना प्रदूषण मुक्ति के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी. परियोजना से मनपा की भारी बचत होगी और मनपा को प्रति वर्ष आर्थिक आय होगी सो अलग. उन्होंने इस परियोजना से निकलने वाली सीएनजी का इस्तेमाल मनपा की बसों में करने का सुझाव भी दिया.
इस मौके पर मार्गदर्शन करते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रदूषण के कारण वातावरण में परिवर्तन हो रहा है. इस प्रदूषण को रोकने के लिए ऐसी परियोजनाओं की जरूरत है. इस परियोजना में नीदरलैंड जैसे विख्यात देश की अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.
सर्कुलर इकोनॉमिक पार्क
फडणवीस ने कहा कि राज्य में सर्कुलर इकोनॉमिक पार्क बनाया जाएगा. आगामी दस सालों में नागपुर का सर्वांगीण विकास दिखाई देगा. उन्होंने कहा, बाहर से आनेवालों को नागपुर का बदला हुआ चेहरा देखकर आश्चर्य होता है.
प्रास्ताविक भाषण में आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने कहा कि नागपुर शहर में घर-घर से, दुकानों और प्रतिस्थापनाओं से निकलने वाले कचरे पर उचित प्रक्रिया कर उसे पर्यावरण की दृष्टि से पूरक बनाकर उसका निष्पादन करने के उद्देश्य से नागपुर महानगरपालिका ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. नीदरलैंड की सस्टेनेबल बिज़नेस डेवलपमेंट कंपनी और नागपुर महानगरपालिका के बीच करार किया गया है. इस परियोजना को नीदरलैंड की कंपनी अपने खर्चे से पूरा करेगी. सस्टेनेबल बिज़नेस डेवलपमेंट कंपनी की श्रीमती वृंदा ठाकुर ने परियोजना की जानकारी दी.
घनकचरा प्रक्रिया केंद्र परिसर, बिड़गांव रोड भांडेवाड़ी में आयोजित कार्यक्रम में विधायक द्वय कृष्णा खोपड़े, टेकचंद सावरकर, मनपा आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी, नीदरलैंड के महावाणिज्यदूत बार्ट डी जोंग, मनपा की अतिरिक्त आयुक्त श्रीमती आंचल गोयल, अतिरिक्त आयुक्त डॉ. सुनील लहाने, मुख्य अभियंता राजीव गायकवाड़, अधीक्षक अभियंता डॉ. श्वेता बॅनर्जी, सस्टेनेबल बिज़नेस डेवलपमेंट (ससबीडी) कंपनी के संस्थापक बर्ट जगेल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जाप विनेंबोस, संचालक केदार वझे, एआरसी के जेवी पार्टनर चेयरमन प्यारे खान, ससबीडी की कार्यकारी संचालक श्रीमती वृंदा ठाकुर सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे.
कार्यक्रम का संचालन रेणुका देशकर ने किया, जबकि आभार मनपा की अतिरिक्त आयुक्त श्रीमती आंचल गोयल ने माना. इस मौके पर अधीक्षक अभियंता मनोज तालेवार, उपायुक्त डॉ. गजेंद्र महल्ले, कार्यकारी अभियंता राजेश दुफारे, सहायक आयुक्त गणेश राठोड़, घनश्याम पंधरे, पूर्व नगरसेवक बंटी कुकड़े, बाल्या बोरकर, धर्मपाल मेश्राम, विजय (पिंटू) झलके, मनीषा कोठे, समिता चकोले, मनीषा वैद्य, दीपक वाड़ीभस्मे आदि उपस्थित थे.