दीपावली से पहले का अंतिम रविवार. इसी रविवार को दो स्थानों पर लगी आग में लाखों की क्षति हो गई. सीताबर्डी और लकड़गंज परिसर में लगी आग में अग्निशमन दस्ते को आग बुझाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. एक़ आग सुबह के वक्त लगी तो दूसरी दोपहर बाद. दोनों स्थानों पर कोई जनहानि नहीं हुई.
रविवार को वैसे भी सीताबर्डी में फुटपाथ पर बहुत भीड़ लगी रहती है. त्यौहर के मौके पर सीताबर्डी के मेन रोड पर खरीददारों की भारी भीड़ लगी हुई थी. इसी बीच दोपहर ढाई बजे के आसपास मेन रोड पर स्थित संगम पतंग नामक बिल्डिंग में गारमेंट व जनरल स्टोअर्स में आग लग गई. 10 फायर टेंडरों ने भारी परिश्रम से आग पर काबू पाया. कोई जनहानि नहीं हुई.
दोपहर को ढाई बजे एक दुकान से धुआं उठते ही भीड़ में भगदड़ मच गई. कुछ मिनटों में ही अग्निशमन विभाग को कॉल पहुंच गया. कुछ देर में ही भीड़ के बीच से रास्ता बनाते हुए अग्निशमन का दल घटनास्थल पर पहुंचा. आग की गंभीरता को देखते हुए 9 फायर स्टेशनों से 10 फायर टेंडर घटनास्थल पर पहुंचे. फिर भी आग पर काबू पाने में करीब 5 घंटे का समय लग गया.
संगम पतंग नामक ये इमारत चार मंजिल की है. इस इमारत की तल मंजिल और पहली मंजिल पर अजय गारमेंट व पद्मा जनरल स्टोअर्स स्थित हैं. इन्हीं दुकानों में आग लगी थी.
दोपहर के आसपास सीताबर्डी मेन रोड पर खरीदी के लिए भारी भीड़ थी, मगर आग की लपटें उठती देख भगदड़ मच गई. इसी बीच सीताबर्डी पुलिस ने वहां पहुंचकर लोगों को मेन रोड से हटाया. आसपास के दुकानदारों से तत्काल अपनी दुकानें बंद कर लीं. हालांकि परिसर में भारी भीड़ होने के कारण अग्निशमन विभाग को आग बुझाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
आग पर नियंत्रण पाने के लिए घटनास्थल पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी भीमराव चंदनखेड़े, तुषार बाराहाते, भगवान वाघ, सुनील डोकरे, सुरेश आत्राम के साथ कर्मचारियों ने प्रयास किया. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस आग में कितना नुकसान हुआ है. आग का कारण भी पता नहीं चल सका है. जांच की जा रही है.
मुरली एग्रो लिमिटेड के कार्यालय में आग, लाखों का नुकसान
ईस्ट वर्धमाननगर में चार मंजिली इमारत में मुरली एग्रो. लि. कंपनी का कार्यालय है. इस कार्यालय में सुबह के आसपास आग लग गई. इस आग में कार्यालय की संपूर्ण सामग्री जलकर खाक हो गई.
अग्निशमन विभाग को कॉल आने के बाद तत्काल लकड़गंज अग्निशमन केंद्र से गाड़ियां घटनास्थल पर रवाना की गईं. आग की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए सक्करदरा, कलमना व सुगतनगर से फायर टेंडर घटनास्थल पर भेजे गए. अग्निशमन पथक के प्रयासों से ढाई घंटे में आग पर काबू पाया जा सका.
आग लगने का कारण पता नहीं चल सका है. लाखों का नुकसान हुआ है, मगर अग्निशमन विभाग के पथक के प्रयासों से कंपनी की ढाई करोड़ की सामग्री बचा ली गई. लकड़गंज ज़ोन के अग्निशमन अधिकारी दिलीप चौहान के नेतृत्व में अशोक पोटभरे, रणदिवे व शिर्के के पथक ने आग पर नियंत्रण पाया.