नागपुर। शहर पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट 1 की टीम ने प्रतापनगर थानाक्षेत्र में ब्वायज होस्टल में हुई मोबाइल और लैपटाप चोरी के मामले में तमिलनाडू की चोर गैंग का भंडाफोड़ किया है. 3 आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ 57 मोबाइल, 8 लैपटॉप, 1 आईपैड समेत कुल 16,08,300 रुपये का माल भी जब्त किया।
आरोपियों के नाम जगदीशन मासीचिन्न पजानी (32), व्यंकटेश शंकर (35) और गोधानधन रंग्गन मुनूस्वामी (22) हैं। तीनों ही वेल्लोरी, तमिलनाडू निवासी हैं। वे शहर में पिछले 15 दिनों से मोहननगर स्थित खलासी लाइन में किराये का कमरा लेकर रह रहे थे और स्वयं को प्राइवेट कंपनी का कामगार बताते थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार खामला स्थित लालवारी एक्सेल ब्वायज होस्टल में रहने वाले रोशन राजेश बिदानी ने 27 अक्तूबर को प्रतापनगर थाने में मोबाइल चोरी का मामला दर्ज कराया था। मामले की जांच करते हुए क्राइम ब्रांच यूनिट 1 की टीम ने शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों से आारोपियों की तलाश शुरू की। खामला से शुरू हुई तलाश सदर परिसर स्थित मोहननगर की खलासी लाइन पर रुकी।
आरोपियों की तस्वीरें मिल चुकी थी लेकिन मोबाइल सर्विलांस संभव नहीं था। ऐसे में पुलिस ने स्थानीय गुप्तचरों की मदद से आरोपियों के रहने का पता लगाया। पुलिस ने उनके कमरे पर छापेमारी की। वहां से पुलिस को 16.08 लाख रुपये के 50 से अधिक मोबाइल, 8 लैपटाप और एक आईपैड मिला। तीनों का मौके से गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि आरोपी सुबह के समय चोरी करते थे। इस दौरान वे ऐसा घर ढुंढते थे। जिसका दरवाजा खुला रहता था। चुपचाप भीतर आकर वे चार्जिंग पर लगाए मोबाइल या लैपटॉप चोरी करके भाग जाते थे।
हालांकि तीनों का हिंदी नहीं आती है। वह केवल तमिल और तेलुगू ही बोल पा रहे थे। ऐसे में क्राइम ब्रांच ने ट्रांसलेटर की मदद से पूछताछ की तो पता चला कि आरोपियों ने शहर के 10 से अधिक थानों में चोरी की है। इनमें न्यू कामटी, प्रतापनगर, हुड़केश्वर, यशोधरानगर आदि थाने शामिल हैं.
यह कार्रवाई डीसीपी सुदर्शन, एसीपी सोनटक्के के मार्गदर्शन में पीआई चौधरी, एपीआई गुप्ता, महामुनी, भोंडे, राउत, देशमुख, वासनिक, गुजर, सोलंके, चांभारे, लोणारे, टेकाम, सातपुते, भावरे, योगेश वासनिक, रोठे, रवि राउत, बोपुलकर, सेलुकर, भारती, खेडेकर आदि द्वारा पूरी की गई.
तमिलनाडु में भी चोरी-धोखाधडी के मामले दर्ज
पुलिस के पूछताछ पर चोरों ने मकान मालिक को बताया था कि वे यहां किसी कंपनी में काम करते हैं। जगदीशन और व्यंकटेश पर तमिलनाडु में भी चोरी और धोखाधडी के मामले दर्ज है।