जिले में 361 ग्राम पंचायतों में रविवार, 5 नवंबर को सरपंच व ग्रापं सदस्यों के लिए मतदान होने वाले हैं। प्रशासन तो मतदान कराने की तैयारी पूरी कर चुका है। शुक्रवार को प्रचार तोपें शांत हो गई। 361 सरपंच पदों की दौड़ में कुल 1186 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें अनेक निर्दलीय हैं यानी किसी पार्टी के नहीं हैं. सरपंच बनने के लिए कड़ा मुकाबला है। कुछ जिला परिषद के सदस्यों के पति या पत्नी भी सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
शुक्रवार को सुबह से देर रात तक मतदाताओं से व्यक्तिगत रूप से भेंट के साथ ही गली-गली छोटी बैठकें भी हुई। हालांकि यह चुनाव किसी पार्टी के चुनाव चिह्न पर नहीं लड़ा जाता लेकिन सभी राजनीतिक पार्टियां अपने गुट को चुनाव में उतारती हैं।
भाजपा, कांग्रेस, राकां के दोनों गुट, शिवसेना के दोनों गुट के ग्रामीण राजनीति में पकड़ रखने वाले नेता अपने गुट के पक्ष में प्रचार में जुटे हैं। जिला परिषद के सारे पदाधिकारी, विपक्षी नेता, सदस्य, नगर परिषद व नगर पंचायत के पदाधिकारी व सदस्य सभी चुनाव में जुटे हैं।