निवेश का झांसा देकर ठगी करनेवाले हसनबाग के कुख्यात परवेज उर्फ पप्पू पटेल को नंदनवन पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पप्पू साथियों की मदद से तीन माह में डबल राशि लौटाने का झांसा देकर लोगों को फांसता है. उसके रैकेट में अपराधी और कथित ब्लैकमेलर लोगों की टीम बना रखी है. 18 अक्तूबर को एटीएस ने पप्पू के हसनबाग स्थित बिलाल इंटरप्राइजेश पर छापा मारकर 27.50 लाख नकदी तथा दस्तावेज बरामद किए थे.
एटीएस को पप्पू द्वारा जाली नोट का रैकेट चलाए जाने की जानकारी मिली थी. मई माह में गिरफ्तारी होने से पप्पू सतर्क हो गया था. पप्पू के पीड़ित किराना व्यापारी विक्रम हसोरिया एटीएस पहुंचे थे. पप्पू और उसके साथियों ने तीन माह में दोगुनी राशि लौटाने का झांसा देकर हसोरिया और उनके रिश्तेदारों को 50 लाख रुपए से ठगा था. उनकी शिकायत पर 21 अक्तूबर को नंदनवन पुलिस ने परवेज उर्फ पप्पू पटेल, इरशाद, अब्दूल वसीम, हसनबाग, अकील उर्फ गुड्डू पटेल, बीड़ीपेठ और उमेश कुमार यादव के खिलाफ 50 लाख की ठगी का मामला दर्ज किया गया.
मामला दर्ज होने की पहले ही भनक लग जाने से पप्पू फरार हो गया था. मंगलवार को वह पुलिस के हाथ लग गया. एटीएस की जांच में पप्पू कुछ विवादित संगठनों से जूड़े होने का पता चला है. वह हसनबाग के कार्यालय से कई गतिविधियां चलाता था. उसका यह धंधा कई जिलों में फैला था.