नासिक. जिले में पिछले सप्ताह से जारी प्याज व्यापारियों की हड़ताल को खत्म करने के प्रयास तेज हो गए हैं। मंगलवार को मंत्रालय में बैठक बुलाई गई है। इधर, हड़ताल खत्म कराने के लिए अलग-अलग किसान संगठन भी मैदान में उतर गए हैं। सोमवार को लासलगांव मार्केट में हुई बैठक में दिल्ली दरबार से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाने का निर्णय लिया गया। महाराष्ट्र प्याज उत्पादक किसान संगठन के अध्यक्ष भारत दिघोले ने बताया कि हड़ताल खत्म नहीं होने से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। हमने निर्णय लिया है कि हम लोग दिल्ली जाकर केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल और नरेंद्र सिंह तोमर से मिलेंगे। हालांकि उससे पहले मंगलवार की बैठक के नतीजों का इंतजार करेंगे।
नासिक ज़िले में प्याज़ व्यापारियों ने 20 सितंबर से नीलामी रोक दी है। व्यापारियों की सबसे बड़ी मांग है कि केंद्र सरकार प्याज़ के निर्यात पर लगाई गई 40 प्रतिशत ड्यूटी तुरंत हटाए। रविवार को मार्केट बंद रहा था। सोमवार को हड़ताल का छठा दिन था। लासलगांव एपीएमसी के डायरेक्टर जयदत्त होलकर ने बताया कि व्यापारियों की हड़ताल के कारण करीब 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। किसानों का हाल बुरा है।
उन्हें आर्थिक मदद की जरूरत है, लेकिन प्याज नहीं बेच पाने के कारण उनकी रोलिंग पूरी तरह से थम सी गई है। किसानों के पास खाद खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं।बता दें कि नासिक ज़िले में प्याज़ व्यापारियों ने 20 सितंबर से नीलामी रोक दी है। व्यापारियों की सबसे बड़ी मांग है कि केंद्र सरकार प्याज़ के निर्यात पर लगाई गई 40 प्रतिशत ड्यूटी तुरंत हटाए। रविवार को मार्केट बंद रहा था। सोमवार को हड़ताल का छठा दिन था। लासलगांव एपीएमसी के डायरेक्टर जयदत्त होलकर ने बताया कि व्यापारियों की हड़ताल के कारण करीब 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। किसानों का हाल बुरा है। उन्हें आर्थिक मदद की जरूरत है, लेकिन प्याज नहीं बेच पाने के कारण उनकी रोलिंग पूरी तरह से थम सी गई है। किसानों के पास खाद खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं।