वॉशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ऐस्टरॉइड बेन्नू से नमूने वापस धरती पर लाने के बाद अब खतरनाक ऐस्टरॉइड अपोफिस के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए तैयारी तेज कर दी है। नासा के प्रोब ओसीरिस-आरईएक्स ने बेन्नू से नमूना धरती पर वापस भेजने के बाद अब अपोफिस ऐस्टरॉइड की ओर उड़ान भरना शुरू कर दिया है। अपोफिस एक ग्रीक भाषा का नाम है, जिसका अर्थ ‘तबाही का देवता’ होता है।
एक समय में अपोफिस को धरती के लिए सबसे बड़ा खतरा कहा जाता था और यह पृथ्वी के नजदीकी ऐस्टरॉइड में से एक है। इससे पहले रविवार को नासा के प्रोब ने बेन्नू का नमूना धरती पर पहुंचाया था। यह कैप्सूल अमेरिका के यूटा में गिरा था।
इस कैप्सूल को धरती तक पहुंचाने के बाद अब ओसीरिस-आरईएक्स प्रोब का मुख्य यान ऐस्टरॉइड अपोफिस की ओर बढ़ गया है। नासा का यह यान अपना रास्ता बदलते हुए अपोफिस की ओर रवाना हो गया है। इस यान ने रीएंट्री कैप्सूल को धरती की ओर भेजने के बाद अपने इंजन को करीब 20 मिनट तक चालू किया और अपने रास्ते को बदल लिया। अब वह एक और लंबी यात्रा पर निकल चुका है। इस कैप्सूल में बेन्नू ऐस्टरॉइड का नमूना है, जिसे सोने से भी ज्यादा कीमती बताया जा रहा है।
इस जटिल यात्रा के दौरान ओसीरिस-आरईएक्स सूरज के करीब जाएगा, जहां जाने के लिए उसे मूल रूप से बनाया गया था। इस दौरान नासा का प्रोब शुक्र ग्रह के पास से जाएगा और धरती के करीब से फिर से निकलेगा। इस लंबी यात्रा के बाद वह अपोफिस ऐस्टरॉइड के नजदीक पहुंच जाएगा। माना जा रहा है कि यह यान 9 अप्रैल, 2029 तक अपोफिस ऐस्टरॉइड तक पहुंच जाएगा। बेन्नू के विपरीत ओसीरिस-आरईएक्स इस बार अपोफिस का कोई नमूना नहीं लेगा। हालांकि करीब 18 महीने तक यह यान ऐस्टरॉइड के साथ उड़ान भरते हुए उसका अध्ययन करेगा।
इस अध्ययन में ऐस्टरॉइड की तस्वीर लेना और उसका नक्शा बनाना शामिल है। अपोफिस ऐस्टरॉइड धरती का करीबी ऐस्टरॉइड है। यह 1100 फुट की चट्टान है, जिसके बारे में एक समय में माना जाता था कि वह साल 2068 तक धरती से टकरा सकता है। हालांकि अब ताजा शोध से पता चला है कि अपोफिस के धरती से टकराने की आशंका नहीं है। अपोफिस 13 अप्रैल, 2029 को धरती के करीब पहुंचेगा और इस दौरान उसकी दूरी 32 हजार किमी होगी।
इस दौरान वैज्ञानिकों को उसके बारे में और जानकारी मिल पाएगी। साथ ही सोलर सिस्टम के विकास के बारे में पता चल सकेगा। अगर अपोफिस धरती से टकराता तो 88 करोड़ टीएनटी विस्फोट के बराबर असर होता।