मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को एक एप्लीकेशन दी है। इसमें शरद पवार से जुड़े 10 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है।
एप्लीकेशन गुरुवार को अनिल भाईदास पाटिल ने दायर की थी, जो अजित पवार गुट के चीफ व्हीप (मुख्य सचेतक) हैं। एप्लीकेशन में इन 10 विधायकों के नाम हैं- जयंत पाटिल, जीतेंद्र आव्हाड, राजेश टोपे, रोहित पवार, अनिल देशमुख, प्राजक्ता तनपुरे, बालासाहेब पाटिल, सुनील भुसारा, संदीप क्षीरसागर और सुमन पाटिल। इसके अलावा विधान परिषद के सदस्य एकनाथ खड़से, शशिकांत शिंदे, अरुण लाड के नाम भी हैं। शरद पवार गुट ने पहले ही अजित पवार गुट के 40 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर कर रखी है। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में एनसीपी के 53 विधायक हैं। इनमें नवाब मलिक और सुमन पाटिल जैसे विधायक दोनों गुटों के ही साथ नहीं हैं।
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के नाम और सिंबल को लेकर भी दोनों गुटों में विवाद चल रहा है।
शरद गुट के एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने मंगलवार 19 सितंबर को कहा कि चुनाव आयोग की तरफ से हमारे केस को विवाद की तरह देखना गलत है। उन्होंने आयोग पर शरद को समय ना देने का भी आरोप लगाया। महाराष्ट्र कैबिनेट में मंत्री और अजीत गुट के सीनियर नेता छगन भुजबल ने दावा किया है कि पार्टी में कुछ बदलाव हुए हैं, जैसे राष्ट्रीय अध्यक्ष का बदलाव। अब अजित पवार पार्टी के अध्यक्ष हैं और हमने चुनाव आयोग को इस बारे में सूचित कर दिया है।जयंत पाटिल ने बताया कि शरद पवार ने अपना पक्ष स्पष्ट करने के लिए चुनाव आयोग से समय मांगा था, क्योंकि अजित की तरफ से कुछ ई-मेल भेजे गए थे। चुनाव आयोग ने शरद को समय दिए बिना सोच लिया कि पार्टी में विवाद है।
शरद गुट के एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- शरद ने अपने जवाब में चुनाव आयोग को बताया था कि पार्टी में कभी उन्हें विरोध का सामना नहीं करना पड़ा। ना ही पार्टी की ओर से किसी भी सार्वजनिक मंच पर हमारी नीतियों का कोई विरोध हुआ।