कोविड संकट के कारण गणेशोत्सव भक्तों को पिछले दो वर्षों से इसे सरल तरीके से मनाना पड़ा लेकीन इस साल क्योंकि कोई प्रतिबंध नहीं है, गणेशोत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य संभावित प्रदूषण को रोकना और मूर्तियों को विसर्जित करना है पर्यावरण के अनुकूल तरीके से श्री गणेश की। सभी विसर्जन स्थलों पर निर्मल्या जमा करने के लिए नगर परिषद के माध्यम से निर्मल्य कुंड की व्यवस्था की गई है और सभी भक्तों से अनुरोध है कि इस कुंड में नगर प्रशासन के माध्यम से निर्मल्य दें। निम्नलिखित स्थानों पर नगर परिषद प्रशासन के माध्यम से विसर्जन कुंड की व्यवस्था की जाएगी। गोकुलधाम मैदान, तहसील कार्यालय के पास, संत गजानन महाराज मंदिर परिसर, तुकडोजी वार्ड, हनुमान मंदिर परिसर, इंदिरा गांधी वार्ड, एपीएमसी मार्केट यार्ड के पास, पटवारी कॉलोनी, सांबरे हाउस ऑपोजिट ओपन स्पेस, सेंट्रल वार्ड, चेपे चौक के पास उक्त सभी विसर्जन स्थलों पर नगर परिषद के 3 कर्मचारी श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करने के लिए सेवाएं प्रदान करेंगे। हालांकि, नगर परिषद के प्रशासक और प्रमुख श्री हर्षल गायकवाड़ ने सभी गणेश भक्तों को चुनौती दी है कि वे अपने घरों में या कुट्रिम विसर्जन कुंड में तैयार की गई घरेलू और सार्वजनिक गणेश प्रतिमाओं को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से विसर्जित करके नगर परिषद प्रशासन का सहयोग करें।