नई दिल्ली. गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे एआईएमआईएम प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वीडियो सर्वेक्षण पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत सभी विपक्षी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि ये दल इसलिए चुप हैं, क्योंकि मुसलमान उनके वोट बैंक नहीं हैं. ओवैसी ने कहा कि संविधान मुसलमानों को उनकी संस्कृति और पहचान का पालन करने की अनुमति देता है और हम ऐसा घर और बाहर दोनों जगह करते रहेंगे. एआईएमआईएम के प्रमुख ने अहमदाबाद में ईद मिलाप कार्यक्रम में कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी जैसे विपक्षी दल ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दे पर चुप क्यों हैं? वे कुछ नहीं कह रहे हैं, क्योंकि मुसलमान उनके वोट बैंक नहीं हैं. बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी को कट्टरपंथी दल करार देते हुए ओवैसी ने आरोप लगाया कि ये दल चाहते हैं कि मुसलमान घर पर ही मुसलमान रहें और बाहर होने पर उनकी संस्कृति को स्वीकार करें. हैदराबाद के सांसद ने कहा कि भारत का संविधान आपको अपनी संस्कृति, अपनी पहचान का पालन करने की अनुमति देता है. हम ऐसा घर और बाहर दोनों जगह करते रहेंगे. साथ ही कहा कि देश को आस्था के आधार पर नहीं चलाया जा सकता है. देश को कानून के शासन, भारत के संविधान के आधार पर चलाना है. ओवैसी ने कहा मैं यहां आपको और सरकार को भी बताने आया हूं कि हमने एक बाबरी मस्जिद खो दी है, लेकिन दूसरी मस्जिद नहीं खोएंगे. उन्होंने हमारी बाबरी मस्जिद को चालाकी से और न्याय की हत्या करके छीन लिया, लेकिन याद रखें, आप अब एक और मस्जिद को छीनने में सक्षम नहीं हो पाएंगे. उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद एक मस्जिद रही है और रहेगी.