नई दिल्ली. अगर आप एलआईसी या उसके बाद आए तीन आईपीओ में पैसा लगाने से चूक गए हैं तो चिंता मत कीजिए अगले हफ्ते 3 और आइपीओ शेयर बाजार में दस्तक देने वाले हैं. मिंट के अनुसार, इनकी कुल वैल्यू करीब 2387 करोड़ रुपये हैं. बाजार में अगले हफ्ते पारादीप फॉस्फेट, एथोस और ईमुद्रा का आईपीओ आने वाला है. बीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, पारादीप फॉस्फेट्स आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन 17 मई को खुलेगा जबकि एथोस आईपीओ और ईमुद्रा का आईपीओ क्रमशः 18 मई और 20 मई को खुलेगा. पारादीप फॉस्फेट का आईपीओ साइज 1501 करोड़ रुपये और एथोस का आईपीओ साइज 472 करोड़ रुपये है. वहीं, ईमुद्रा ने आईपीओ के जरिए 412 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है. आइए इन तीनों आईपीओ के बारे में विस्तार से जानते हैं. 1501 करोड़ रुपये जुटाने के लक्ष्य के साथ ये आईपीओ निर्गम 17 मई 2022 को खुलेगा और 19 मई तक आप इसके लिए बोली लगा सकेंगे. पारादीप फॉस्फेट्स ने आईपीओ का प्राइस बैंड 39 से 42 रुपये प्रति शेयर तय किया है. एक बोलीदाता आईपीए के लिए कई लॉट में आवेदन कर सकेगा और हर लॉट में कंपनी के 350 शेयर शामिल होंगे. सार्वजनिक पेशकश को एनएसई और बीएसई दोनों पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है. पारादीप फॉस्फेट्स के शेयर आवंटन की संभावित तिथि 24 मई है. जबकि पारादीप फॉस्फेट्स आईपीओ लिस्टिंग की तारीख 27 मई को हो सकती है. पारादीप फॉस्फेट्स गैर यूरिया-उवर्रक निर्माता है. आईपीओ से पहले कंपनी ने ऐंकर इन्वेस्टर्स से 450 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं. यह आईपीओ 18 मई 2022 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 20 मई तक इसके लिए बोली लगा सकेंगे. 472 करोड़ के पब्लिक इश्यू का प्राइस बैंड 836 से 878 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है. एक बोलीदाता आईपीओ के लिए कई लॉट में आवेदन कर सकेगा और एथोस आईपीओ के एक लॉट में कंपनी के 17 शेयर शामिल होंगे. सार्वजनिक पेशकश को एनएसई और बीएसई दोनों पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है. एथोस के शेयर आवंटन की संभावित तिथि 25 मई 2022 है. आईपीओ 30 मई को बाजार में लिस्ट हो सकता है. वीनस पाइप को खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित कोटे में 18.98 गुना अधिक बोलियां मिली जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) ने अपने लिए आरक्षित हिस्से में 15.66 गुना अधिक बोलियां लगाई. पात्र-संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए आरक्षित हिस्से में कंपनी को 12.02 गुना अधिक बोलियां मिली. इस इश्यू के तहत कुल 35.51 लाख शेयरों को बिक्री के लिए रखा गया था. इसकी तुलना में 5.78 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं. वीनस पाइस ने इश्यू का आधा हिस्सा क्यूआईबी के लिए, 15 फीसदी एनआईआई के लिए और 35 फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित रखा था.