नागपुर।(नामेस)। एमपीडीए की रिकार्ड कार्रवाई करने से शहर में अपराध की संख्या काबू में रही है. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बुधवार शाम पुलिस जिमखाना में पत्रकारों से चर्चा में इसकी जानकारी दी . सीपी अमितेश कुमार ने बताया कि इस साल 63 अपराधियों पर एमपीडीए की कार्रवाई करके जेल भेजा गया है. इसके पहले सर्वार्क 36 कार्रवाई हुई थी. किसी भी गुंडे को सलाहकार मंडल अथवा अदालत से राहत नहीं मिली है. नवंबर माह तक 90 गुंडों को तड़ीपार किया गया है. गत वर्ष यह संख्या 43 थी. इस साल मकोका के तहत 7 कार्रवाई हुई है जबकि 4 आगामी दिनों में होनेवाली है. मेडिकल कॉलेज में दाखिला देकर ठगी करनेवाली अंतराज्यीय टोली के खिलाफ भी मकोका की कार्रवाई की जानेवाली है. मौजूदा साल में 8 हजार मामले दर्ज हुए है. इनमें 94 हत्याएं शामिल हैं. बीते साल 97 हत्याएं हुई थीं. 2001 से 2020 के दौरान 1997 हत्याएं हुई है. इस लिहाज से हर साल 100 हत्याएं होती है. नायलान मांजे का इस्तेमाल खत्म करने के लिए जनवरी माह में 85 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. दिसंबर माह में 17 मामले दर्ज करके 27 आरोपियों को गिरफ्तार कर 17.63 लाख का माल बरामद किया गया है. रेमडेसेविर कालाबाजारी में 15 मामले दर्ज कर 47 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 47 इंजेक्शन बरामद किए गए. 7 मामलों में 14 आरोपियों को सजा दिलाई गई है. सायबर ठगी की 3340 शिकायतें मिली है. 1890 को हल करके पीड़ितों को 1.69 करोड़ रुपए वापिस दिलाए गए है. एनडीपीएस एक्ट के तहत 318 मामले दर्ज करके 415 आरोपियों को गिरफ्तार कर 2.58 करोड़ का माल बरामद किया गया है. रेत माफिया के खिलाफ भी 75 मामले दर्ज करके 142 आरोपियों को गिरफ्तार कर 10 करोड़ रुपए की संपत्ति बरामद की गई है. अब जहरिली सुपारी तथा खर्रे की बिक्री में लिप्त रडार पर है. सुपारी कटाई के कारखाने और गोदाम पर कार्रवाई की जाएगी. 27 हजार आॅटो पर कार्रवाई करके 58 हजार वाहनों के परमिट रद्द करने की सिफारिश की गई है. इस साल 245 जानलेवा हादसे हुए है. इस साल सजा की दर 42 प्रतिशत थी. इस साल 10 कर्मियों को नौकरी से बर्खास्त किया गया है. कोविड संक्रमण में शहीद 23 कर्मियों के परिजनों को 50 लाख रुपए दिए है. 19 कर्मियों के परिजनों को नौकरी भी दी गई है.