नागपुर।(नामेस)। पारिवारिक विवाद से परेशान होकर एक युवक गुस्से में आकर घर से निकल गया. उसने अपनी पत्नी को मोबाइल पर सुसाइड लेटर भी भेज दिया लेकिन इससे पहले कि वह अपनी जान खतरे में डाल पाता, शहर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे बचा लिया. शनिवार को हिंगनघाट थाने में स्थानीय निवासी रामप्रकाश आनंदरवा कुकडे (55) ने शिकायत दर्ज कराई कि उनका बेटा विलास (36) गुस्से में आकर घर से कहीं निकल गया है. उसने अपनी पत्नी को मोबाइल पर सुसाइड लेटर भेजा है. कहीं वह अपनी जान को खतरे में ना डाल दें. स्थानीय पुलिस ने तुरंत जिले की सभी संबंधित पुलिस विभागों को सूचना दी. इस बीच विलास बस से नागपुर आ गया. उसने अपनी पत्नी को यहीं से मोबाइल से सुसाइल लेटर भेज दिया. उधर, हिंगनघाट पुलिस से नागपुर क्राइम ब्रांच को विलास के बारे में जानकारी दे दी गई थी. विलास का सूसाइड लेटर मिलने की खबर से अनैतिक मानव तस्करी प्रतिबंधक स्क्वाड काम पर लग गया. विलास के मोबाइल का लोकेशन ट्रेस करने पर सीताबर्डी परिसर दिखाई दिया जो तब भी एक्टिव था. ऐसे में तुरंत ही स्क्वाड के ज्ञानेश्वर ढोके, मनीष पराये, सुनील वाकडे, पल्लवी वंजारी ने रेलवे स्टेशन, सीताबर्डी परिसर और मोरभवन बस स्टाप पर खोजबीन शुरू की. अतत: विलास को मोरभवन बस स्टाप से ढूंढ लिया.