नई दिल्ली. भारतीय नौसेना दिवस से ठीक एक दिन पहले शुक्रवार को नेवी के नए प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना के पास जल्द ही हवा और पानी के अंदर चलने वाली स्वदेशी-मानव रहित प्रणालियां होंगी. इसके लिए 10 साल का रोडमैप तैयार है. इसके अलावा उन्होंने उत्तरी सीमाओं और कोरोना महामारी से उत्पन्न चुनौतियों का जिक्र किया. साथ ही कई अन्य मुद्दों पर भी उन्होंने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना दोनों चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना के लिए बनाए जा रहे 39 युद्धपोतों और पनडुब्बियों में से 37 भारत में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बनाए जा रहे हैं, जो आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी खोज को दर्शाता है. नौसेना प्रमुख ने आगे कहा कि हमने महिला अधिकारियों को अतिरिक्त अवसर प्रदान करने के उपाय किए हैं. पहली महिला प्रोवोस्ट अधिकारी इस साल मार्च में शामिल हुईं. नौसेना विभिन्न क्षमताओं में महिलाओं को शामिल करने के लिए तैयार है. हरि कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) का निर्माण, सीडीएस पद के निर्माण के साथ-साथ सेना में सबसे बड़ा सुधार है. यह तेजी से निर्णय लेने और नौकरशाही को सक्षम बनाता है.
समुद्री सीमाओं की रक्षा सबसे पहला कर्तव्य
भारतीय नौसेना के नए प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने बीते मंगलवार को कार्यभार ग्रहण किया था. उन्होंने कहा था कि समुद्री सीमाओं की रक्षा उनका सबसे पहला कर्तव्य है. आर हरि कुमार भारतीय नौसेना के 25वें प्रमुख हैं. उनसे पहले करमबीर सिंह नौसेना प्रमुख थे.