नागपुर (नामेस)।
हुड़केश्वर थानातंर्गत तैनात एक 30 वर्षीय महिला कांस्टेबल ने फांसी लगाकर जान दे दी. मृतका का नाम बोरकर लेआउट, पिपला फाटा निवासी अश्विनी धनंजय खंडागले बताया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, अश्विनी को 2014 में महाराष्ट्र पुलिस में नियुक्ति मिली थी. वर्तमान में वह हुड़केश्वर थाने में तैनात थी. अश्विनी का विवाह 2018 में बीएसएफ, बिहार में तैनात धनंजय खंडागले से हुआ था. 20 दिन पहले ही पति धनंजय छुट्टी पर घर आए थे. उनकी 2 वर्ष की बेटी है. अश्विनी यहां अपनी सास और बेटी के साथ रहती थी. पड़ोस में ही अश्विनी की ननद का भी घर है, जबकि उसका देवर बारामती में एमएसईबी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत है. एक दिन पहले ही वह भी बारामती से आया था. बताया गया कि घटना के दिन अश्विनी की ननद के घर तुलसी पूजन था. इस समय घर पर पति, सास, ननद की दोनों बेटियां और उसकी बेटी थे. रात करीब 9.45 बजे सभी ने अश्विनी को तुलसी पूजन में चलने को कहा, लेकिन तबीयत खराब होने की बात कहकर वह घर पर ही रुकी रही. सबके जाते ही अश्विनी ने घर का दरवाजा बंद कर दिया और कमरे में सीलिंग फैन पर दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली. परिवार वाले जब लौटे तो काफी देर तक खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला. ऐसे में अश्विनी के देवर ने खिड़की से झांककर देखा तो अश्विनी फंदे पर लटकी हुई दिखाई दी. आनन-फानन में दरवाजा तोड़कर भीतर गए और पुलिस को सूचना दी गई. पता चला है कि नवरात्र में अश्विनी की ड्यूटी कोराडी मंदिर में लगाई थी. नवरात्र के बाद वह ड्यूटी पर नहीं थी और थाने में लगातार उसकी अनुपस्थिति दर्ज की जा रही थी. हालांकि आत्महत्या का कारण पता नहीं चल सका. पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.