गोंदिया।
परिस्थिति अब नियंत्रण में आने से प्रतिबंध शिथिल कर शासन द्वारा सब कुछ शुरू कर स्थिति को सामान्य किया जा रहा है। इसी के चलते अब बंद शाला महाविद्यालय शुरू करने के आदेश दिए गए हैं। इसके अनुसार गत 4 अक्टूबर से राज्य में शाला महाविद्यालय की घंटी बजी है। इसी तरह कुछ ही दिन में पवित्र दीपावली का त्यौहार आने वाला है। इस वर्ष में सबसे बड़ा त्यौहार होने से हर व्यक्ति अपने घर या रिश्तेदारों के घर जाने की योजना बनाते हैं इसके लिए रेलवे व एसटी की बसें भी शुरू हो गई है। इसे देखते हुए कोरोना से नुकसान झेलने वाले महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम के लिए थोड़ी राहत भरा वातावरण तैयार हो रहा है। जिससे रापनि के गोंदिया डिपो से बसों की 82 फेरिया बढ़ाई गई है. इसमें विद्यार्थियों के लिए फ्री हो पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
छात्रों के लिए अधिक नियोजन
जिले में कोरोना के दूसरे चरण के बाद जिला वासियों ने यात्री वाहनों से यात्रा करनी टाल दी थी। जिससे अब तक रापनि को आवश्यक वैसा यात्री प्रतिसाद नहीं मिल रहा था। लेकिन अब शाला महाविद्यालय शुरू हो गए है। विद्यार्थियों की भीड़ बढ़ेगी इसमें संदेह नहीं है। जिससे मानव विकास के संपूर्ण बसे शुरु हो गई है। इसके अलावा अन्य फेरिया बढ़ाने से उनका लाभ मिलेगा।
शिवशाही की 4 फेरियां-
रापनि के गोंदिया डिपो को 8 शिवशाह बसे मिली है। यह चारों शिवशाही बसेस नागपुर तक दौड़ रही है। इन बसों का हर दिन आना जाना शुरू है। जिसमें शिवशाही की 8 फेरिया शुरू है। नागपुर तक शिवशाही शुरू होने से उनकी फ़रिया बढ़ाना संभव नहीं है। इस संबंध मे रापनि की गोंदिया डिपो व्यवस्थापक संजना पटले के अनुसार शाला महाविद्यालय शुरू होने से निश्चित ही विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है। उनके लिए फेरियो का नियोजन करना पड़ रहा है। अब आगे दीपावली होने से यात्री बढ़ने की अपेक्षा है।लेकिन डिपो से नियमित फ़रिया शुरू है। यात्रियों की यात्रा के लिए नियोजन शुरू है।