हिंगणघाट।
देवी के नवरात्रि उत्सव के नौ दिन, हिंदुस्थान हिंगणघाट विभाग व्दारा पारंपारिक श्री दुर्गामाता दौड का आयोजन किया गया। श्रीदत्त मंदिर देवस्थान से सुबह छह बजे भगव्या ध्वज पूजन करके हररोज शहर के विभिन्न मंदिरो के दर्शन किए जाते है।युवक, युवती व बालगोपाल हिंदू धर्म का महत्त्व, हिंदू संस्कृती का जतन, उसिप्रकार व्यसनादि बातो का त्याग और समस्त हिंदू समाज भगवा ध्वज् के नीचे एकत्रित करने, उनमें राष्ट्रभक्ती जगाने हेतु इस श्री दुर्गामाता दौड का आयोजन किया जाता है। बडी संख्या में हिंदू जनता का इस श्री दुर्गामाता दौड में समावेश होता है। सत्ताकारण, अर्थकारण और राजकारण विरहित ऐसी श्री दुर्गामाता दौड होती है। इसकी शुरुआत कुंकूम तीलक और प्रेरणा मंत्र उसी प्रकार ध्येय मंत्र कहकर ध्वज पूजन किया जाता है। दशहरे के दिन इस दौड का श्रीदत्त मंदिर देवस्थान में समारोप होता है। इस प्रसंग पर राजा महाराज शेंडे के व्याख्यान कार्यक्रम आयोजन किया जाता है। अखिल हिंदू समाज ने श्री दुर्गामाता दौड तथा व्याख्यान में उपस्थित रहने का आवाहन रोशन नागमोते अध्यक्ष हिंगणघाट विभाग ने किया है।