वाडी का विकास फसा है राजनीति में
वाडी पालिका के पांच साल बाद भी शहर के विकास का कोई रास्ता नही
वाडी के विकास प्रस्ताव के कारण विकास रुक गया है
शहर के स्मार्ट सिटी पर सफेद हाथी
एक लाख की आबादी वाले वाडी शहर में कोई सरकारी अस्पताल नहीं है, यह बड़ी त्रासदी है
शहर के विकास का सपना राजनीतिक नेताओं द्वारा तय नहीं
कोई डंपिंग यार्ड, कोई भूमिगत सीवर आपूर्ति नही
जि. प स्कूलों और स्वास्थ्य विभाग के रूप में जैस कि तस स्थिति
INBCN NEWS वाडी सौरभ पाटिल
वाडी ग्राम पंचायत को नगर परिषद में पारित हुए 5 साल हो गए हैं लेकिन वाडी शहर में अभी भी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। केवल सीमेंट सड़कों और बगीचा,पार्क को बचाया गया है। कई प्रस्तावों में देरी के कारण वाडी का विकास गतिरोध में आ गया है। वाडी एक लाख की आबादी वाला शहर है। नगरपालिका को 5 साल पूरे हो चुके हैं, अब अगले पांच वर्षों के लिए चुनाव होने की तयारी सुरु है। लेकिन समस्या अभी भी बनी हुई है। डंपिंग यार्ड, सरकारी अस्पताल, भूमिगत गटर लाइन, साप्ताहिक बाजार के लिए जगह, न. प का अपना बाजार, पार्किंग हब अभी भी यह बडे पैमाने पर समस्या है। जि.प. स्कूल और स्वास्थ्य विभाग का विकास भी लंबित है। तबादला न होने से शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग को नुकसान हो रहा है।
-शहर में कोई सरकारी अस्पताल नहीं
शहर आबादी को ध्यान में रखते हुए, एक सरकारी अस्पताल होना चाहिए था,लेकिन नही होने से आम नागरीकों को निजी अस्पतालों में उपचार करना पड़ रहा है।अस्पताल के लिए कई प्रयास किए गए लेकिन जगह नही मीलने से अस्पताल का प्रस्ताव आज भी बंद टोकरी में पड़ा है।कोरोना काल मे नागरिको को उपचार नही मिलने से करीब 25 लोगो की मृत्यु भी हुई है। शहर में कोई सरकारी अस्पताल नहीं है, इसलिए कई निजी अस्पताल व्यवसाय नागरीकों को लूट रहे हैं। यह बहुत बड़ी त्रासदी है कि एक लाख से अधिक आबादी वाले शहर में कोई सरकारी अस्पताल नहीं है।
ग्राम पंचायत के समय, 30 बिस्तरों वाले अस्पताल को मंजूरी दी गई थी, लेकिन वाडी नगर परिषद के कारण, प्रस्ताव बैलेंस शीट में फंस गया, जिससे अस्पताल न.प और जि. प के बीच फस गया और वाडी में स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो गईं।
– पार्किंग की सुविधा नहीं, ट्रांसपोर्ट प्लाजा का निर्माण होना आवश्यक
वाडी शहर और MIDC एक प्रमुख परिवहन केंद्र है। देश में सबसे बड़ा परिवहन केंद्र होने के नाते, इसमें बड़ी संख्या में वाहन हैं। लेकिन वाडी में पार्किंग स्थल नहीं है, इसलिए बाहर से आने वाले वाहनों को वाडी में खड़ा किया जाता है, जो यातायात को बाधित करता है। इसलिए, दिन के दौरान दुर्घटनाएं होती हैं। गांव में एक परिवहन प्लाजा का निर्माण करना आवश्यक हो गया है। हाल ही में डीसीपी ने अवैध पार्किंग को हटा दिया लेकिन यह कब तक चलेगा?
-नहीं कचरा डंपिंग यार्ड
वाडी से हर दिन लगभग 10 से 11 टन कचरा निकाला जाता है। लेकिन यह समस्या आज एक गंभीर समस्या बन गई है क्योंकि स्थानीय नेताओं ने वर्षों से इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया है। घरों से निकलने वाले कचरे को शहर के बाहर डंप किया जाना चाहिए, लेकिन शहर के निजी खानों में ही कचरा डंप किया जा रहा है। जो शहर के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करता दिख रहा है। वाडी में कचरे की बड़ी समस्या है। नागरिक अंबेडकर नगर में कचरा संग्रहण पर आपत्ति जता रहे हैं। शहर में कोई स्थायी कचरा डंपिंग नहीं है। अस्थायी कचरा निपटाने से समस्याएं पर परदा डाला गया है।
-प्रधानमंत्री का सपना स्मार्ट सिटी है और इस संदर्भ में वाडी शहर शून्य है। शहर ने स्मार्ट शहर के लिए एक लक्ष्य और योजना निर्धारित नहीं की है। शहर में प्रदूषण और स्वच्छता व्याप्त है। स्मार्ट सिटी के लिहाज से वाडी शहर सफेद हाथी बन गया है।
-नाग नदी विकास के लिए तरस रही है
नागनदी की उत्पत्ति लावा वाडी से हुई है। ऐतिहासिक नाग नदी आज नाला बन गया है। नागनदी का उगमस्थल वाडी लावा है। इस नदी पर मकान बनाने के कारण नदी नाला बन गई है। नागपुर में नागनदी पर विकास हो रहा है। लावा से वाडी हाईवे तक तीन किलोमीटर तक सुरक्षा दीवार बनाने की मांग है।
– जल आपूर्ति की समस्या हल हो गई लेकिन नागरिकों को दूषित पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है
वाडी शहर में पानी की समस्या हल हो गई है। महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरन ने 13 करोड़ रुपये की एक योजना तयार की हैं और इसका काम लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन इसका उद्घाटन नहीं किया गया। पानी उपलब्ध है लेकिन लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
-गटर योजना शहर में नहीं है
सीवरेज योजना नहीं होने के कारण वाडी शहर में जल निकासी नहीं है। थोड़ी सी बारिश से शहर जल-विहीन हो जाता है। कहा जाता है कि उस योजना के लिए सरकार को 75 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है। यह कहना मुश्किल है कि इसे लागू किया जाएगा या नहीं।
वाडी न.प के इस प्रस्ताव में हो रही है देरी …
– आंबेडकर नगर, टेकड़ी वाडी शमशान भूमि विकास- 5 करोड़
– भूमि नाली योजना 75 करोड़
-वाडी कचरा डंपिंग यार्ड
-वाडी सरकारी अस्पताल
जिला परिषद स्कूल और स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित
शहर में -मार्केट
-नाग नदी निकास विकास प्रस्ताव
शहर के विकास की जिम्मेदारी स्थानीय नेताओं की है। लेकिन पिछले पांच सालों में वार्ड का बहुत कम विकास हुआ है। पूरे वाडी शहर का विकास राजनीति में निहित है। अगर शहर के नेताओं ने जोर दिया होता, तो नागपुर मेट्रो सिटी का जुड़वां मेट्रो शहर आज बन जाता। वाडी शहर अपने विकास के लिए प्रसिद्ध शहर रहा होता।वाडी शहर जो २५ वर्षों से प्रसिद्ध है अगर वाडी शहर के नेतागण ने ठाण लिया होता तो वाके ही शहर का विकास हो जाता था। लेकिन शहर की प्रगति नहीं हुई है क्योंकि राजनीतिक दल के नेताओं ने विकास की उपेक्षा नही की है। प्रदूषण, दूषित पानी की आपूर्ति, बेरोजगारी, पार्किंग की समस्या, खूद का बाजार, छात्रो की शिक्षा, सांस्कृतिक विरासत, खेल, स्मार्ट सिटी, ग्रीन सिटी, बिजली की आपूर्ति, गौ ठान, वार्ड विकास कार्य, स्थिर सड़कें, नाग नदी स्वच्छता अगर सभी समस्याएं जैसे डिवाइडर पर पेड़ पौदे लगाए गए, वाडी शहर विकास के दृष्टिकोण से बहुत ज्यादा चर्चा में रहा होता। यह राजनीतिक नेताओं द्वारा अक्षमतापूर्वक अनदेखी की गई थी, इसलिए वाडी का विकास नहीं हुआ।
– पत्रकार सौरभ पाटिल, वाडी
वर्जन…
विकास की और वाड़ी बढ़ रही है।वाड़ी नगर परिषद ने मूलभूत सुविधा के प्रस्ताव लिए है।
शासन मंजूरी मिलते ही विकास को गति मिलेगी।खुद की जलापूर्ति के लिए न.प प्रस्ताव करेंगे,शहर में भूमिगत गटर,स्मशानभूमि,डंपिंग यार्ड व अस्पताल भी जरूरी है।वाड़ी विकास के लिए पूरा प्रयास कर रहे है।
जुम्मा प्यारेवाले
मुख्य अधिकारी नगर परिषद वाडी