खापरखेड़ा क्षेत्र में बिजली कनेक्शन काटने की मुहिम को बंदी लगाने के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने लेखी निवेदन द्वारा मांग की गई । इस मांग का निवेदन महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के उपजिला प्रमुख जयंत चौहान के नेतृत्व में खापरखेड़ा महावितरण के उपकार्यकारी अभियंता को दिया गया।
कोरोना प्रकोप में गरीब जनता आर्थिक बजट में कमकुवत हुई। कैसे तो भी लाकडाऊन बंद होने के बाद काम धंधे को लगे, तो कुछ लोग अभी भी बेरोजगारी में है । बताया जा रहा है कि महंगाई की तौर पर पहले ही बिजली बिल के रेट काफी बढ़ चुके। जिससे गरीब लोगों को आर्थिक फटका बैठ गया। इसमें जिसने भी समय पर बिल नहीं भरा तो कनेक्शन काटने की मुहिम चलाई जा रही।
जिसके चलते बहुत से लोगो को इन प्रशासन के धोरण से अंधेरे में रहने की नौबत आ गई। आम जनता ने इस मुहिमपर रोष व्यक्त करते हुए मुहिम को बंद कराने से अवगत कराया। कोव्हिड से अभी भी कुछ कुछ लोग आर्थिक परिस्थिति में ठाव ठिकाने तक नहीं आए । प्रशासन की ओर से बिजली बिल का भुगतान तीन-चार किश्त में देने की मांग की गई।
संबंधित प्रशासन ने बिजली बिल 90 प्रतिशत भरने की सक्ती की। इस पर तत्काल बंदी करने की मांग को लेकर रोष व्याप्त हुआ। विविध मांगों को लेकर आठ दिनों के अंदर बंदी नहीं हुई तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना महिला की ओर से उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई। इस पश्चात मनसे खापरखेड़ा महिला प्रमुख रेखाताई ठोंबरे, खापरखेडा अध्यक्ष ईसाक शेख, आशिष गभने, अजय कळंबे, स्वाधीन खांडेकर, भीमराव झोडापे, कार्तिक भौतकर, शुभम बोरकर, क्रिष्णा हाते, सुजित सोनवणे, सुभाष निकोसे, मायाबाई कुर्वे, विनिता डंभारे, हसीना सय्यद, प्रतिभा झोडापे, सुलोचना ठवरे, नीतू श्रीवास्तव, सुनीता शिवारे, चंदा बागडे, सुशिला बागडे ,शोभा मिलमिले आदींयो की उपस्थीती थी।