स्कूल प्रशासन के अड़ियल रवय्ये के कारण विद्यार्थियों के माता-पिता त्रस्त हो रहे है माता-पिता नाराज हैं। कि शहर में सीबीएसई पाठ्यक्रम के तहत एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल भारतीय विद्या भवन , द्वारा गैर-भुगतान स्कूल फीस के लिए विद्यार्थियों को स्कूल में रोका गया जिसके बाद पालक समिति ने इस बात का विरोध करते हुए भवन्स कॉन्वेंट में ही बच्चो के साथ ठिय्या आंदोलन शुरू कर दिया, इससे पहले भी महाराष्ट्र में सबसे बड़ी कार्रवाई शिक्षा विभाग द्वारा भारतीय विद्या भवन जीवीएम स्कूल पें 4 करोड़ 46 लाख 42 हजार रुपये लौटाने के की गई थी,पालको से अतिरीक्त रक्कम लिई गई रक्कम को चुकाने के आदेश सरकार द्वारा दिये थे ।
हालांकि, संगठन द्वारा एकत्र किए गए अतिरिक्त शुल्क अभी तक वापस नहीं किए गए हैं। इसके विपरीत, स्कूल प्रबंधन ने फीस का भुगतान नहीं करने वाले छात्रों के प्रवेश को रोक दिया था। नतीजतन, नाराज अभिभावकों ने आज छात्रों के साथ बैठकर आंदोलन स्कुल परीसर में शुरू कर दिया था। और इसकी जानकारी शिक्षा अधिकारी वर्धा डाॅ मंगेश घोगरे को दी गई , जिसके बाद शिक्षा अधिकारी ने गम्भीर मुद्दों को देखते हुए के तुरन्त वर्धा से हिंगणघाट उपस्थित हो गए और पालको की पूरी व्यथा सुनने के बाद। शिक्षन अधिकारी और स्कूल प्रबंधन के बिच 4 घण्टे चली बहस में जिसके बाद समस्या को कुछ दिनो के लिऐ सुलझाया गया है ।
जिसमे स्कूल प्रबंधन सभी छात्रों को प्रवेश देने पर सहमत हो गया है लेकीन स्कुल प्रशासन की और से इस चर्चा पर कुछ भी लिखीत में नहि दिया गया है। पालक।समिति ने प्रिंसिपल सरकार के व्यवहार ले संबंध में भी शिक्षण अधिकारी को जानकारी दी और उन्हें स्कूल से निलंबित करने की बात रखी जिसपर फिलहाल कोई बात नही की गई आने वाले दिनो प्रशासन कि और से क्या निर्णय होगा लिऐ जायेगा इस पे सभी निगाहे लगी है।
आज की इस चर्चा में जागरूक पालक समिति की और से सभी पालक उपस्थित थे उसी तरह स्कूल प्रबंधन की और से ब्रजरत्नत भट्टड़, शाकिर पठान, और प्रिंसीपल सरकार उपस्थित थे मौके की। गंभीरता को देखते हुए पुलिस कर्मचारी भी उपस्थित थे लेकिन कोई अप्रिय घटना भवन्स कॉन्वेंट में नही घटी।