पारशिवनी÷ बरसों से ग्रामीण क्षेत्रों में मै काम करने वाली आशा वकॅर अपने ही वरिष्ठ गट प्रवतॅक के रवैये से परेशयान होकर इस बारे मै अधिकारीयों सै सिकायत करने के बावजूद अधिकारी पिडीत आशा वकॅर की समस्या औ की और ध्यान नही दिये जाने सै आखिर कार 22 माचॅ सै काम ब॔द आदोलन करने तथा 24 माचॅ सै बाजार चौक पारशिवनी मै भुक हड़ताल करने का ज्ञापन जिलहाधिकारी को दिया गया है।
प्रा, आ, केद्र दहेगाव जोशी के अंतगॅत कायॅ करने वाली पिडीत 23 आशा वकॅरो ने जिलहाधिकारी को दिये ज्ञापन मै कहा है की यहा की समूह प्रवतॅक हमेशया कीसी ना कीसी वजह से आशा वकॅरो को परेशयान करती है । जैसै कायॅ का मोबदला ना देना। हमेशा नौकरी से निकालने की धमकी देना । कायॅ करने के बावजूद गलतियाँ ना होते हुये भी गलतियाँ निकालना, हमारे बैंक अकाउंट मै जादा का काम दिखाकर पैसे डालना और फिर बैंक अकाउनट सै निकालकर मागणा जो शासन के पैसे की अफ़रातफ़र करने जैसा है। मिटीग मै देर होने पर गेट पर ही खडे रखना ।बाहरी व्यकती द्रारा दबाव बनाकर मिटीग मै आशा वकॅर को नौकरी सै निकाल देने की हिदायत देना , अपमानित करना अपने का कायॅ का लेखा-जोखा मागने पर गट प्रवतॅक द्रारा नही देना और भी शिकायते पिडीत आशा वकॅर ने जिलहाधिकारी को दिये ज्ञापन मै कही है।
समूह प्रवतॅक के खिलाफ बार बार शिकायत करने पर भी गट प्रवतॅक के खिलाफ कीसी भी प्रकार की कारवाई वरिष्ठ द्रारा नही की जाने से यहा की पिडीत आशा वकॅर मानसिक तनाव मै काम करने पर मजबूर है। आशा वकॅर ने पालकमंञ्री नितिन राउत, मुख्य कायॅपालन अधिकारी, आरोग्य सभापती जिलहा परिषद नागपुर, जिलहा परिषद अध्यक्षा रंक्षमी बरवॅ, पोलीस अधिक्षक नागपुर , तहसीलदार पारशिवनी, जिलहा आरोग्य अधिकारी तालुका आरोग्य अधिकारी, वैधदयकीय अधिकारी इन सभी को गट प्रवतॅक के खिलाफ शिकायत की है । फिर भी जांच के सिवा अभी तक कारवाई नही करने सै यहा।की आशा वकॅर परेशयानी यो का सामना कर रही है ।
आशा वकॅर के उपर दबाव बनाया जा रहा है जहा की थाने मै आशा वकॅर को बुलाकर आरोग्य अधिकारी के सामने कोरे कागज पर आदोलन स्थगित करने के लिये हस्ताक्षर लिये जाने की बात आशा वकॅर हेमलता हततीठेले ने कही है । जिलहा परिषद अध्यक्ष द्रारा न्याय दिलाने की बात आशा वकॅर से कही गयी थी पर आज तक नयाय नही मिला। । जांच के नाम पर आशा वकॅरो की ही जाच की जाने की बात आशा वकॅरो द्रारा बताई जा रही है । जिसके खिलाफ जांच करना चाहिये वहा पर नमॅ रवैयया जांच समिति ने अपनाया जाने का आरोप पिडीत आशा वकॅर द्रारा कीया जा रहा है।। जांच समीती के समक्ष पिडीत आशा वकॅर अपन उपर हो रहै अन्याय के बारे मै बताने आई थी पर कुछ ही आशा वकॅर को जांच समीती ने बयान दजॅ करने बुलाया था । वही वहा आई कुछ पिडीत आशा वकॅर को बाहर ही रखा गया जहा की उनकी शिकायत जाच समीती ने नही सुनी होने की बात आशा वकॅर द्रारा कही गई ।। । जब न्याय ही नही मिल रहा है तो पिडीत आशा वकॅरो ने अपने हक के लिये रस्ते पर उतरकर न्याय के लिये आमरण अनशन करने का फैसला किया जो 24 मार्च सै पारशिवनी के गांधी चौक मै किया जाने वाला है । वही 22 मार्च से पिडीत आशा वकॅररो ने दो दिन काम बंद आदोलन करने का फैसला लिया गया है । पिडीत आशा वकॅर द्रारा लिखित ज्ञापन पत्र मै कही गयी है ।
जब की स्थानिक पिडित आशा वकॅर ने गट प्रवतॅक के बारे मै लिखित शिकायत तालुका आरोग्य अधिकारी सै किये जाने के बाद यहा के आरोग्य अधिकारी ने वक्त रहते गट प्रवतॅक के खिलाफ जांच कर दोषी होने पर कारवाई की होती तो आज अनशन की जरूरत नही होती। पिडीत आशा वकॅर का कहना है।