उत्तर भारत का स्ट्रीट फूड अपनी विविधता, स्वाद और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए प्रसिद्ध है। यहां के रेस्टोरेंट्स पारंपरिक व्यंजनों को आधुनिक प्रस्तुति के साथ परोसते हैं, जो हर स्वाद प्रेमी को आकर्षित करते हैं। आइए, उत्तर भारत के कुछ प्रमुख स्ट्रीट फूड रेस्टोरेंट्स की समीक्षा करें:
दिल्ली: चाट की राजधानी
दिल्ली के चांदनी चौक और सरोजिनी नगर जैसे क्षेत्रों में स्थित रेस्टोरेंट्स अपनी चाट, गोलगप्पे और आलू टिक्की के लिए प्रसिद्ध हैं। यहां का ‘इमली रेस्टोरेंट’ स्ट्रीट फूड प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन स्थान है, जहां पारंपरिक स्वाद और आधुनिक प्रस्तुति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
लखनऊ: नवाबी स्वाद का अनुभव
लखनऊ के रेस्टोरेंट्स में आपको टुंडे कबाब, गलौटी कबाब और कुलचे जैसे व्यंजन मिलेंगे। यहां के ‘दयाल हॉस्पिटैलिटी’ द्वारा प्रस्तुत ‘बहुरूपदर्शक’ रेस्टोरेंट में 7 कोर्स आधुनिक भारतीय भोजन का अनुभव लिया जा सकता है, जो पारंपरिक व्यंजनों को नए अंदाज़ में प्रस्तुत करता है।
जयपुर: राजस्थानी स्वाद का संगम
जयपुर के रेस्टोरेंट्स में प्याज़ कचौरी, मिर्ची बड़ा और दाल बाटी चूरमा जैसे व्यंजन मिलते हैं। यहां के ‘चोखी ढाणी’ रेस्टोरेंट में पारंपरिक राजस्थानी व्यंजनों के साथ-साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी आनंद लिया जा सकता है।
अमृतसर: पंजाबी तड़का
अमृतसर के रेस्टोरेंट्स में छोले भटूरे, अमृतसरी कुलचा और लस्सी जैसे व्यंजन मिलते हैं। यहां के ‘कुलचा लैंड’ और ‘ब्रदर्स ढाबा’ जैसे रेस्टोरेंट्स में पारंपरिक पंजाबी स्वाद का अनुभव किया जा सकता है।
वाराणसी: आध्यात्मिकता और स्वाद का मेल
वाराणसी के रेस्टोरेंट्स में टमाटर चाट, बनारसी कचौरी और ठंडाई जैसे व्यंजन मिलते हैं। यहां के ‘काशी चाट भंडार’ और ‘ब्लू लस्सी शॉप’ जैसे रेस्टोरेंट्स में पारंपरिक बनारसी स्वाद का अनुभव किया जा सकता है।
निष्कर्ष
उत्तर भारत के स्ट्रीट फूड रेस्टोरेंट्स न केवल स्वादिष्ट व्यंजन परोसते हैं, बल्कि क्षेत्रीय संस्कृति और परंपराओं का भी अनुभव कराते हैं। यदि आप भी इन स्वादों का आनंद लेना चाहते हैं, तो इन रेस्टोरेंट्स की यात्रा अवश्य करें।