महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने परभणी हिंसा और बीड जिले में सरपंच की हत्या मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों को राजनीतिक जुड़ाव की परवाह किए बिना दंडित किया जाएगा. इसके साथ ही सीएम ने वित्तीय सहायता देने की भी घोषणा की है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा कि परभणी हिंसा और बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री ने परभणी मामले में गिरफ्तारी के बाद हिरासत में मारे गए सोमनाथ सूर्यवंशी और सरपंच संतोष देशमुख के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है. उन्होंने सदन को आश्वासन दिया कि अराजकता फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों को राजनीतिक जुड़ाव की परवाह किए बिना दंडित किया जाएगा.
फडणवीस ने कहा कि महानिरीक्षक रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (SIT) पहले ही मसाजोग गांव के सरपंच देशमुख की हत्या के मामले की जांच कर रहा है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा 3 से 6 महीने की समयसीमा के साथ एक न्यायिक जांच भी की जाएगी. वहीं, मुख्यमंत्री ने देशमुख और सूर्यवंशी के परिजनों को 10-10 रुपए की वित्तीय सहायता देने की भी घोषणा की है.
‘आंबेडकर किसी जाति तक सीमित नहीं हैं, वह सभी के हैं’
सीएम फडणवीस ने बीड के पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण की जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस की ओर से चूक हुई. सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामले में आरोपियों के खिलाफ मकोका के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत के मामले में भी न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं. परभणी में संविधान की प्रतिकृति के अपमान के मामले पर हिंसा होने के बाद सूर्यवंशी को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उनकी हिरासत में मौत हो गई थी.
परभणी रेलवे स्टेशन के बाहर 10 दिसंबर की शाम को बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के पास संविधान की प्रतिकृति पर लगा कांच तोड़े जाने के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिसने हिंसक रूप ले लिया था. फडणवीस ने कहा, ‘परभणी हिंसा की न्यायिक जांच कराकर सभी संदेह दूर किए जाएंगे. आंबेडकर किसी जाति तक सीमित नहीं हैं. वह सभी के हैं.’
सरपंच हत्या मामले में अब तक चार गिरफ्तार
सरपंच संतोष देशमुख के अपहरण और हत्या से जुड़े मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बीते दिन बीड जिले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पूर्व तहसील प्रमुख विष्णु चाटे को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया. जहां से उन्हें 27 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. इससे पहले गिरफ्तार किए गए लोगों में जयराम चाटे, महेश केदार और प्रतीक घुले शामिल हैं. वहीं, पुलिस तीन अन्य लोगों की तलाश कर रही है.