पहले टी20 में ही हो गया था विवाद

बल्ला लेकर मारने दौड़ा भारतीय क्रिकेटर
नई दिल्ली.चैंपियन्स ट्रॉफ़ी 2025 से पहले भारतीय टीम इंग्लैंड के साथ पांच मैचों की टी20 सीरीज खेलेगी। इस सीरीज की शुरुआत 22 जनवरी से होने जा रही है। भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 क्रिकेट में हमेशा कांटे की टक्कर देखने को मिलती है। इन दोनों देशों के बीच पहला टी20 मुक़ाबला आज से 18 साल पहले 2007 में खेला गया था। तब भारत ने इंग्लैंड को बुरी तरह हराया था।

टी20 वर्ल्ड कप 2007 का 21वां मुक़ाबला भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। दक्षिण अफ्रीका के डरबन के किंग्समीड स्टेडियम में खेले गए इस मुक़ाबले में भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह का बल्ला इस कदर चला कि पूरी दुनिया आज तक उस मुक़ाबले को नहीं भूल पाई है। युवराज ने इस मुक़ाबले में एक ही ओवर में छह छक्के जड़े थे।

इन छक्कों की मदद से युवराज ने मात्र 12 गेंद पर अर्धशतक भी बनाया था। यह उस समय टी20 क्रिकेट के इतिहास का सबसे तेज शतक था। युवराज ने उस मुक़ाबले में 16 गेंद पर सात छक्के और तीन चौके की मदद से 58 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को छह गेंद पर छह छक्के मारे थे।

दरअसल भारतीय बल्लेबाजी के दौरान 18वें ओवर में इंग्लिश ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ और युवराज सिंह एक दूसरे से भिड़ गए। फ्लिंटॉफ के ओवर की चौथी और पांचवीं बॉल पर युवी ने लगातार 2 चौके जड़ दिये। इस बात से फ्लिंटॉफ बुरी तरह बौखला गए और युवराज को कुछ कहा। जवाब में युवराज उन्हें बल्ला दिखाते हुए उनकी तरफ बढ़े। लेकिन अंपायर के बीच-बचाव के बाद दोनों शांत हो गए।

लेकिन फ्लिंटॉफ का गुस्सा युवराज ने स्टुअर्ट ब्रॉड पर निकाला और उनके अगले ओवर में छह गेंद पर छह छक्के जड़ दिये। फ्लिंटॉफ ने सपने में भी नहीं सोचा था कि युवी को गुस्सा दिलाना इतना भारी पड़ सकता है। इस मुक़ाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में चार विकेट खोकर 218 रन बनाए थे। युवराज के अलावा सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने 41 गेंद पर 58 और वीरेंद्र सहवाग ने 52 गेंद पर 68 रनों अक योगदान दिया था।

जवाब में इंग्लैंड की टीम 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 200 रब ही बना पाई और 18 रन से मुक़ाबला हार गई। इंग्लैंड के लिए विक्रम सौलंकी ने 31 गेंद पर 41 और केविन पीटरसन ने 23 गेंद पर 39 रन बनाए। भारत के लिए तेज गेंदबाज इरफान पठान ने तीन और आरपी सिंह ने दो विकेट झटके थे।

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