थाइरोइड, डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर के लिए योगा

आजकल की व्यस्त जीवनशैली और अनियमित खानपान के चलते थाइरोइड, डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। इन बीमारियों का इलाज सिर्फ दवाइयों से नहीं, बल्कि जीवनशैली में बदलाव और योग के अभ्यास से भी संभव है।

योग न केवल शरीर को लचीला बनाता है, बल्कि हॉर्मोनल बैलेंस, ब्लड शुगर कंट्रोल और ब्लड प्रेशर रेगुलेशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

आइए जानें कि इन तीनों बीमारियों के लिए कौन-कौन से योगासन और प्राणायाम असरदार होते हैं।


थाइरोइड के लिए योग

थाइरोइड गले में स्थित ग्रंथि होती है जो मेटाबॉलिज्म और हॉर्मोन बैलेंस में मदद करती है। हाइपोथाइरोइड या हाइपरथाइरोइड दोनों ही स्थितियाँ हार्मोनल असंतुलन के कारण होती हैं।

असरदार योगासन:

  1. सरवांगासन (Shoulder Stand) – थाइरोइड ग्रंथि पर सीधा प्रभाव डालता है
  2. हलासन (Plow Pose) – गर्दन के हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
  3. मछ्छासन (Fish Pose) – थाइरोइड ग्रंथि को सक्रिय करता है
  4. भ्रामरी प्राणायाम – तनाव कम करता है, हॉर्मोनल संतुलन में मददगार

📝 नोट: योगासन करते समय गर्दन पर दबाव न डालें, धीरे-धीरे अभ्यास करें।


डायबिटीज़ के लिए योग

डायबिटीज़ में शरीर या तो इंसुलिन नहीं बनाता, या उसका उपयोग ठीक से नहीं कर पाता। योग रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रित रखने में मदद करता है।

असरदार योगासन:

  1. धनुरासन (Bow Pose) – अग्नाशय को उत्तेजित करता है
  2. पवनमुक्तासन (Wind Releasing Pose) – पाचन सुधारता है
  3. अर्धमत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist) – लिवर और पैनक्रियाज़ पर असर
  4. कपालभाति प्राणायाम – मेटाबॉलिज्म तेज करता है, ब्लड शुगर नियंत्रित करता है
  5. अनुलोम विलोम – तंत्रिका तंत्र को शांत करता है

📝 डायबिटीज़ रोगी नियमित योग से इन्सुलिन की जरूरत को भी घटा सकते हैं।


ब्लड प्रेशर के लिए योग

हाई BP या लो BP दोनों ही खतरनाक हो सकते हैं। योग तनाव को घटाकर, हृदय गति और ब्लड प्रेशर को सामान्य करने में मदद करता है।

असरदार योगासन:

  1. वज्रासन (Thunderbolt Pose) – भोजन के बाद करने से पाचन अच्छा रहता है
  2. बालासन (Child Pose) – शरीर और दिमाग को शांत करता है
  3. शवासन (Corpse Pose) – रक्तचाप को नियंत्रित करता है
  4. भ्रामरी और उद्गीथ प्राणायाम – दिमाग को शांति मिलती है, BP कंट्रोल में रहता है
  5. दीर्घ श्वसन (Deep Breathing) – हृदय को स्थिर करता है

📝 हाई BP वाले व्यक्ति इन्वर्जन पोज़ (जैसे सिर के बल खड़े होना) न करें।


योग दिनचर्या कैसे बनाएं?

समयक्रिया
सुबह5–10 मिनट प्राणायाम, 20 मिनट योगासन
दोपहरहल्का भोजन, कुछ मिनट वज्रासन
शामधीमी गति वाले आसन और शवासन
रातध्यान और ब्रिदिंग एक्सरसाइज़

सावधानियाँ

  • कोई भी योगासन डॉक्टर या योग विशेषज्ञ की सलाह से शुरू करें
  • अगर कोई बीमारी गंभीर है, तो योग धीरे-धीरे बढ़ाएँ
  • बलपूर्वक या बिना वार्म-अप के योग न करें
  • मेडिकेशन बंद न करें, योग एक सपोर्टिव थैरेपी है

निष्कर्ष

थाइरोइड, डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियाँ जीवनभर साथ रहने वाली हो सकती हैं, लेकिन योग से इन्हें नियंत्रित करना संभव है। यह एक प्राकृतिक और साइड-इफेक्ट फ्री रास्ता है जो शरीर, मन और आत्मा – तीनों को संतुलित करता है।

अगर आप नियमित योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें, तो न केवल बीमारी से लड़ सकते हैं, बल्कि एक स्वस्थ, ऊर्जावान और शांत जीवन भी जी सकते हैं।


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