2025 के लोकसभा चुनावों की तैयारी जोरों पर है, और प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच मुकाबला कड़ा होता जा रहा है। हाल के सर्वेक्षणों और राजनीतिक घटनाक्रमों के आधार पर, आइए समझते हैं कि जनता की राय किस ओर झुक रही है और संभावित परिणाम क्या हो सकते हैं।
जनता की राय और सर्वेक्षण
इंडिया टुडे के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वेक्षण (अगस्त 2024) के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में कुछ गिरावट देखी गई है, जबकि राहुल गांधी की स्वीकार्यता में वृद्धि हुई है। इस सर्वेक्षण में मोदी को 49% और राहुल गांधी को 22.4% समर्थन मिला, जो फरवरी 2024 की तुलना में मोदी के लिए 6% की गिरावट और राहुल गांधी के लिए 8% की वृद्धि दर्शाता है।
राजनीतिक परिदृश्य
2024 के चुनावों में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पूर्ण बहुमत नहीं मिला, और उन्हें सरकार बनाने के लिए सहयोगी दलों पर निर्भर रहना पड़ा। वहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की, जिससे संसद में उनकी उपस्थिति मजबूत हुई।
राहुल गांधी की बढ़ती स्वीकार्यता
राहुल गांधी ने हाल के वर्षों में अपनी छवि को मजबूत किया है। उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और जनता से सीधे संवाद करने की रणनीति ने उन्हें जनता के बीच अधिक प्रासंगिक बनाया है। सर्वेक्षणों के अनुसार, उनकी लोकप्रियता में लगातार वृद्धि हो रही है, जो आगामी चुनावों में कांग्रेस के लिए सकारात्मक संकेत है।
नरेंद्र मोदी की स्थिति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी भी देश के सबसे लोकप्रिय नेता हैं, लेकिन उनकी लोकप्रियता में आई गिरावट भाजपा के लिए चिंता का विषय हो सकती है। हालांकि, उनकी नेतृत्व क्षमता और सरकार की नीतियों के प्रति जनता का समर्थन अभी भी महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
2025 के चुनावों में नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है। जहां मोदी की लोकप्रियता में कुछ गिरावट आई है, वहीं राहुल गांधी की स्वीकार्यता बढ़ रही है। हालांकि, चुनावी परिणाम कई कारकों पर निर्भर करेंगे, जिनमें गठबंधन, क्षेत्रीय दलों का समर्थन, और चुनावी रणनीतियाँ शामिल हैं। अतः, यह कहना कठिन है कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, लेकिन मुकाबला निश्चित रूप से कड़ा होगा।