ऑनलाइन शिकायत पोर्टल का इस्तेमाल कैसे करें?

आज के डिजिटल युग में सरकार ने आम नागरिकों के लिए शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा सरल और पारदर्शी बना दिया है। अब कोई भी नागरिक अपने मोबाइल या कंप्यूटर से घर बैठे ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकता है, चाहे वह सड़क की खराब हालत हो, गंदगी, बिजली-पानी की समस्या या सरकारी सेवाओं में लापरवाही।

लेकिन सवाल यह है — “इस पोर्टल का उपयोग कैसे करें?”
चलिए, आसान भाषा में समझते हैं।


ऑनलाइन शिकायत पोर्टल क्या है?

ऑनलाइन शिकायत पोर्टल एक सरकारी वेबसाइट या ऐप होती है जहाँ नागरिक सरकारी विभागों के खिलाफ अपनी समस्याएं या शिकायतें दर्ज करा सकते हैं।
यह सेवा केंद्र, राज्य और स्थानीय स्तर पर अलग-अलग हो सकती है, जैसे:

  • CPGRAMS (केंद्र सरकार के लिए)
  • जनसुनवाई पोर्टल (राज्य सरकारों का)
  • नगर निगम पोर्टल (स्थानीय निकायों का)

स्टेप-बाय-स्टेप गाइड: शिकायत कैसे दर्ज करें?

🔹 1. सही पोर्टल चुनें

  • अगर शिकायत केंद्र सरकार से संबंधित है, तो जाएं: https://pgportal.gov.in
  • अगर मामला राज्य सरकार या नगर निगम से संबंधित है, तो अपने राज्य का “जन शिकायत पोर्टल” या “नगर निगम की वेबसाइट” खोलें।
    उदाहरण:
    • उत्तर प्रदेश – Jansunwai.up.nic.in
    • राजस्थान – Sampark.rajasthan.gov.in
    • महाराष्ट्र – AapleSarkar.mahaonline.gov.in

🔹 2. रजिस्ट्रेशन करें

  • वेबसाइट पर जाकर “Register” या “नया खाता बनाएँ” पर क्लिक करें
  • नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल ID और आधार/पता जैसी जरूरी जानकारी भरें
  • एक OTP के ज़रिए मोबाइल नंबर वेरीफाई करें

🔹 3. शिकायत दर्ज करें

  • “File a Complaint” या “शिकायत दर्ज करें” विकल्प पर क्लिक करें
  • समस्या का चयन करें (जैसे – साफ-सफाई, सड़क, पानी, बिजली, सरकारी कर्मचारी, इत्यादि)
  • स्थान की जानकारी दें (पता, वार्ड नंबर, क्षेत्र)
  • शिकायत का विवरण विस्तार से लिखें
  • यदि संभव हो तो संबंधित फोटो या दस्तावेज़ अपलोड करें

🔹 4. सबमिट करें और रसीद प्राप्त करें

  • अपनी शिकायत जमा करें
  • एक रजिस्ट्रेशन नंबर/शिकायत संख्या मिलेगी, जिसे आप भविष्य में ट्रैक करने के लिए उपयोग कर सकते हैं

🔹 5. स्थिति ट्रैक करें

  • वेबसाइट पर “Check Status” या “शिकायत की स्थिति देखें” विकल्प पर जाएं
  • शिकायत संख्या दर्ज करके देखें कि आपकी शिकायत पर क्या कार्यवाही हुई

क्या मोबाइल ऐप्स भी उपलब्ध हैं?

हाँ, कई पोर्टल्स की मोबाइल ऐप्स भी उपलब्ध हैं, जैसे:

  • CPGRAMS App (Grievance Redressal)
  • Swachhata App (नगर निगम की सफाई से जुड़ी शिकायतों के लिए)
  • UMANG App – इसमें विभिन्न सरकारी सेवाएं एक जगह मिलती हैं

ऑनलाइन शिकायत के फायदे:

  1. समय की बचत – लाइन में लगने की ज़रूरत नहीं
  2. पारदर्शिता – ट्रैकिंग नंबर से आप देख सकते हैं कि कार्यवाही हो रही है या नहीं
  3. डिजिटल सबूत – आपकी शिकायत रिकॉर्ड में रहती है
  4. तेज़ समाधान – कई मामलों में 7-15 दिनों के अंदर कार्यवाही होती है
  5. शिकायत का फॉलो-अप करना आसान

कुछ सुझाव:

  • शिकायत लिखते समय शब्दों का चयन शालीन और स्पष्ट रखें
  • केवल सत्य घटनाओं की शिकायत करें – फर्जी शिकायत पर कार्यवाही हो सकती है
  • अपनी पहचान गोपनीय रखने का विकल्प चुन सकते हैं (यदि सुविधा उपलब्ध हो)

निष्कर्ष:

ऑनलाइन शिकायत पोर्टल आम नागरिक की आवाज़ को सिस्टम तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम बन चुका है।
अब जरूरत है जागरूक होने की और अपने अधिकारों को समझने की।
अगर कोई समस्या है, तो अब चुप रहने की ज़रूरत नहीं —
अब बोलिए डिजिटल तरीक़े से, और समाधान पाइए सिस्टम से!

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