
काठमांडू: नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया है। यह निर्णय लगातार हो रहे ‘जनरेशन-जेड’ (Gen-Z) के प्रदर्शनों और जनदबाव के बाद लिया गया।
जानकारी के अनुसार, बीते कुछ दिनों से देशभर में विरोध तेज़ होता जा रहा था। इन प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में अब तक 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल बताए जा रहे हैं।
प्रदर्शन कर रहे युवाओं का कहना था कि सोशल मीडिया पर रोक लगाना उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है। उनका आरोप था कि सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने की कोशिश कर रही है।
सरकार की ओर से कहा गया था कि यह प्रतिबंध “फेक न्यूज और अफवाहों” को रोकने के लिए लगाया गया था। लेकिन बढ़ते विरोध और हिंसा की घटनाओं को देखते हुए आखिरकार इसे हटा दिया गया।
विश्लेषकों का मानना है कि इस फैसले ने एक बार फिर नेपाल में लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर चल रही बहस को केंद्र में ला दिया है।