कर्नाटक में हाल ही में भारी बारिश ने कई जिलों में गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस ब्लॉग में हम बारिश के प्रभाव, सरकार की प्रतिक्रिया, और राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे।
बारिश का प्रभाव
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बेंगलुरु सहित कर्नाटक के कई जिलों में 10 से 13 अप्रैल 2025 तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। इस दौरान, बेंगलुरु में हल्की से मध्यम बारिश और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
तटीय और मलनाड क्षेत्रों में भी भारी बारिश की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने बेंगलुरु में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बजाय राहत कार्यों को प्राथमिकता देने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा, “हमारे अधिकारी पिछले 48 घंटों से बाढ़ राहत कार्यों में लगे हुए हैं, और मेरा मानना है कि वर्तमान में यही प्राथमिकता है, न कि मेरा दौरा।”
राज्य सरकार ने बारिश से हुए नुकसान के लिए 297 करोड़ रुपये की राहत राशि जारी की है, जिससे प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान की जा सके।
राहत कार्यों की समीक्षा
सरकार ने प्रभावित जिलों के उपायुक्तों को राहत कार्यों में तेजी लाने और प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें भी राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
हालांकि, कुछ क्षेत्रों में राहत कार्यों की गति और प्रभावशीलता पर सवाल उठाए गए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जलभराव वाले क्षेत्रों में सहायता देर से पहुंची, जिससे उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
निष्कर्ष
कर्नाटक में भारी बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति गंभीर है, लेकिन सरकार और राहत एजेंसियां स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय हैं। आवश्यक है कि राहत कार्यों में और तेजी लाई जाए और प्रभावित लोगों तक समय पर सहायता पहुंचाई जाए, ताकि जनजीवन सामान्य हो सके।