झारखंड में मूसलाधार बारिश से तबाही – विस्तृत जानकारी
1. स्थिति का सारांश
भारी बारिश ने झारखंड के कई जिलों में तबाही मचा दी है। अब तक 5 लोग मारे गए हैं, एक व्यक्ति लापता है, और कई अन्य घायल हैं ।
यह संकट कई जिलों में फैला हुआ है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
2. मुख्य घटनाएँ और हताहतों का विवरण
सिरीकेला-खरसावन में मकान गिरने से एक महिला और उसका सात वर्षीय बेटा मारे गए; आठ लोग घायल हुए ।
उसी जिले में एक अन्य हादसे में पांच वर्षीय बच्चे की मौत हुई और तीन लोग घायल भी हुए।
चैत्रा में एक कपल तेज बहते नदी में बह गया; पति का शव मिला, लेकिन पत्नी अभी तक लापता है।
साथ ही, पाथलगड़ा ब्लॉक के खैरातौला गांव में बारिश संबंधित हादसे में एक व्यक्ति की भी मौत हुई।
3. मौसम का हाल और भविष्यवाणियाँ
IMD ने राज्य के कई हिस्सों — जैसे गढ़वा, चतरा, पलामू, लेteहर — में भारी से अति-भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
इसके अलावा, बूंदाबांदी, 30-40 kmph की हवा और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है।
4. संकट का व्यापक प्रभाव
बाढ़ और खराब सड़कें जन-जीवन पर भारी असर डाल रही हैं—लोगों की आवाजाही बाधित हुई है, बाजार खाली हो गए हैं, और स्कूल व कामकाज प्रभावित हुए हैं (जैसे पानी में चलना अत्यंत मुश्किल हो गया है)
5. सरकारी प्रतिक्रिया और राहत काम
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव अभियान तेज़ कर दिए हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री इरफान अंसारी ने बताया कि मई से अगस्त के बीच मौसम से जुड़े 431 मौतें हुई हैं, इनमें से 9 केवल भारी बारिश से हुई हैं
नाश हुए मकान और फसल के लिए 47 करोड़ रुपये की राहत राशि जारी की जा चुकी है, साथ ही सरकार ने भविष्य में भी बचाव योजनाओं को मजबूत करने का संकेत दिया है