नागपुर. नागपुर शहर में एक शातिर चोर ने एक ई-कॉमर्स कंपनी के डिलीवरी बॉय के रूप में काम करते हुए करीब 20 दुपहिया वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। चंद्रपुर के महाकाली कॉलोनी में रहने वाला आरोपी, नवीन देवदास रासा(37), एमआईडीसी परिसर स्थित लोकमान्य नगर में डाखले नामक व्यक्ति के घर में किराए के कमरे में रहकर इन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
आरोपी ने अपनी चोरी की गतिविधियों को इतने सफाई से अंजाम दिया कि शहर के अलग-अलग हिस्सों से उसने बिना किसी रुकावट के वाहनों को चुराया और उन्हें चंद्रपुर व गडचिरोली जैसे क्षेत्रों में बेच दिया। हालांकि, इससे पहले कि वह एक और चोरी करता, एमआईडीसी पुलिस ने उसे रंगेहाथ पकड़ा। आरोपी के पास से चोरी की एक दुपहिया वाहन बरामद की गई, और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 20 अन्य वाहन भी बरामद किए, जिनकी कुल कीमत करीब 13 लाख पांच हजार रुपये बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, आरोपी नवीन रासा 2023 से नागपुर के एमआईडीसी परिसर में एक किराए के कमरे में रह रहा था और एक ई-कॉमर्स कंपनी में डिलीवरी बॉय के रूप में काम कर रहा था। उसे बिना मेहनत के जल्द पैसे कमाने की लालसा थी, जिसके चलते उसने वाहन चोरी की योजना बनाई। 2023 में उसने एमआईडीसी के आईसी चौक स्थित सब्जी बाजार से सुनील रामकिशोर श्रीवास (38) लोकमान्य नगर निवासी की दुपहिया वाहन चुराई थी।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी का पता लगाया। हालांकि, नवीन का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, इसलिए पुलिस उसे कई दिनों से तलाश कर रही थी। अंततः पुलिस को नवीन एमआईडीसी के लोकमान्य नगर मेट्रो स्टेशन के पास चोरी की वारदात करते हुए रंगेहाथ पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई।
पुलिस थाने लाकर जब उससे बारीकी से पूछताछ हुई तब उसने बताया कि वह डुप्लीकेट चाबी की मदद से शहर से पहले दुपहिया वाहन चुराता था और उसे चंद्रपुर और गडचिरोली जैसे भागों में ले जाकर बेच देता था।
आरोपी ने अधिकांश गाड़ियां अपने रिश्तेदार और जान पहचान के लोगों को बेची थी जिन्हें पुलिस ने बाद में बरामद किया है। महाराष्ट्र पुलिस दल के स्थापना सप्ताह के अवसर पर, पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जप्त की गई गाड़ियों को उनके वास्तविक मालिकों को लौटा दिया है।
यह कार्रवाई डीसीपी जोन 1 लोहित मतानी के मार्गदर्शन में थानेदार महेश चव्हाण, सहायक पुलिस निरीक्षक संजय बंसोड, कर्मचारी पवन यादव, ओमप्रकाश खंडाते, राजेश वरठी, विजय जाने, अभिषेक हरदास, सचिन सोनवने और इस्माइल नौरंगाबादे मिलकर अंजाम की है।