
चेतेश्वर पुजारा का संन्यास: बोले – “सपना पूरा हुआ, कोई पछतावा नहीं”
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने 24 अगस्त को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा की। 37 वर्षीय पुजारा ने कहा कि भारतीय टीम की जर्सी पहनना उनके लिए गर्व का पल रहा और उन्हें अपने फैसले पर कोई पछतावा नहीं है।
संन्यास पर पुजारा की भावनाएँ
पुजारा ने कहा, “यह मेरा व्यक्तिगत निर्णय है। पहले मैंने सोचा था कि रणजी सीजन खेलूं, लेकिन मुझे लगा कि युवाओं को मौका मिलना चाहिए। इतने सालों तक देश के लिए खेलना मेरा सपना था और यह सपना पूरा हुआ।”
उन्होंने सपोर्ट स्टाफ, कोच और अपने साथ खेलने वाले खिलाड़ियों का आभार जताया। पुजारा ने खासकर रोहित शर्मा और विराट कोहली (ROKO) के साथ बिताए पलों को याद किया।
सबसे यादगार पल
पुजारा ने 2018-19 और 2021 में ऑस्ट्रेलिया में हुई ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज़ जीत को अपने करियर का सबसे बड़ा पल बताया। उन्होंने कहा कि टीम का वह प्रदर्शन उनके दिल के बेहद करीब है।
भारतीय टीम के भविष्य पर भरोसा
पुजारा ने कहा कि भारतीय टीम का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन से उन्हें भरोसा है कि टीम आने वाले समय में भी सफल रहेगी।
गर्व का क्षण
अंत में पुजारा ने कहा, “इतने साल तक भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात रही। यह फैसला मेरे और मेरे परिवार के लिए गर्व का पल है।