नागपुर. धनोजे कुनबी समाज विकास महासंघ नागपुर एक सामाजिक संगठन है और संगठन धर्मार्थ उपायुक्त कार्यालय में पंजीकृत है। इस समाज के कुछ संगठन अभी भी नागपुर और अजु बाजू शहरों में काम कर रहे हैं। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य नागपुर, सावनेर, सौंसर, कलमेश्वर, बुटीबोरी, वर्धा, हिंगनघाट, चंद्रपुर, वाणी में समाज के संगठनों के बीच समन्वय लाना है। धनोजे कुनबी समुदाय ज्यादातर गांवों में स्थित है। उचित मार्गदर्शन के अभाव में इस समाज के युवा शिक्षा के क्षेत्र में अपेक्षित प्रगति नहीं कर सके।
जब तक समाज का युवा शिक्षित नहीं होगा तब तक समाज पूर्ण नहीं होगा। डॉ बाबासाहब अंबेडकर द्वारा अपने समाज को दिए गए मंत्र ‘सीखो, संगठित हो और सफल हो’ को ध्यान में रखते हुए हम संगठन के माध्यम से युवाओं को प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं। संस्था हर वर्ष वर-वधू परिचय सम्मेलन, कृषि सम्मेलन, निदान शिविर, युवाओं के लिए रक्तदान शिविर, किसानों, मेधावी विद्यार्थियों एवं मेधावी नागरिकों के लिए मार्गदर्शन शिविर का आयोजन करती है।
हम समुदाय के सदस्यों से सामूहिक विवाह के लिए भी अपील कर रहे हैं लेकिन प्रतिक्रिया नगण्य है। समाज में अभी भी अपने बेटे-बेटियों की शादी सामूहिक विवाह समारोह में करने की मानसिकता नहीं है। हालाँकि, हमारा प्रयास जारी है। संगठन का इरादा नागपुर शहर में एक बड़ा छात्रावास बनाने का है ताकि ग्रामीण इलाकों के गरीब युवा लड़के और लड़कियों को शिक्षा मिल सके। इसके लिए हमने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से शहर के पास एक भूखंड उपलब्ध कराने और एक छात्रावास बनाने का अनुरोध किया है और उन्होंने हमारी मांग का जवाब देकर हमें आश्वासन दिया है।
हम संगठन के काम को भावी दुल्हन के परिचय सम्मेलनों तक सीमित किए बिना उसका विस्तार करने का इरादा रखते हैं।इस वर्ष की होने वाली दुल्हन परिचय बैठक और सामुदायिक बैठक 25 जनवरी 2025 को ‘संतजी सांस्कृतिक हॉल’ सक्करदरा, नागपुर में आयोजित की गई है। उस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में माननीय विधायक मोहन मते. सुधाकर अदबले, देवराव भोंगले, अशोकराव जीवतोड़े उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम में नवनिर्वाचित विधायकों और समाज के अन्य मेधावी सदस्यों को सम्मानित किया जाएगा. अध्यक्ष मधुकररावजी ढोके ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रेस को यह जानकारी दी. मंच पर मधुकर ढोके, नारायण राव कुठे, देवराव टोंगे, सुरेश कुठे नरेश बैरड नितिन वैद्य, दामोदर जोगी, वसंतराव उरकांडे उपस्थित थे.