23 जून 2025 को चार राज्यों – गुजरात, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल – में पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित किए गए। इन उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप) ने गुजरात में एक-एक सीट पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने केरल की नीलांबुर सीट पर शानदार जीत दर्ज की। ये नतीजे 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक माहौल का एक महत्वपूर्ण संकेत दे रहे हैं।
गुजरात: बीजेपी और आप के बीच कड़ा मुकाबला
गुजरात में दो सीटों – विसावदर और कडी – पर उपचुनाव हुए। विसावदर सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गोपाल इटालिया ने बीजेपी के कीर्ति पटेल को 17,554 मतों के अंतर से हराया। यह सीट पहले आप के पास थी, लेकिन विधायक भूपेंद्र भयानी के बीजेपी में शामिल होने के बाद यह खाली हो गई थी। आप की इस जीत ने गुजरात में पार्टी की बढ़ती ताकत को दर्शाया है।
दूसरी ओर, कडी सीट पर बीजेपी के राजेंद्र चावड़ा ने कांग्रेस के रमेश चावड़ा को 39,452 मतों के बड़े अंतर से हराकर जीत हासिल की। यह सीट बीजेपी विधायक करशन सोलंकी के निधन के बाद खाली हुई थी। बीजेपी ने इस सीट पर अपनी पकड़ बरकरार रखी, जिससे गुजरात में पार्टी की मजबूत स्थिति का संकेत मिलता है।
केरल: कांग्रेस की शानदार जीत
केरल की नीलांबुर सीट पर कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के उम्मीदवार आर्यदन शौकत ने सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के एम स्वराज को 11,077 मतों के अंतर से हराया। शौकत, जो दिवंगत कांग्रेस दिग्गज आर्यदन मुहम्मद के बेटे हैं, ने 77,737 वोट हासिल किए। यह जीत कांग्रेस के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, खासकर 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले। नीलांबुर सीट का उपचुनाव सीपीआई(एम)-समर्थित स्वतंत्र विधायक पीवी अनवर के इस्तीफे के बाद हुआ था।
उपचुनावों का महत्व
ये उपचुनाव कई मायनों में महत्वपूर्ण माने जा रहे थे। गुजरात में बीजेपी और आप के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिला, जहां आप ने अपनी मौजूदगी को और मजबूत किया। केरल में, नीलांबुर का नतीजा सत्तारूढ़ एलडीएफ के लिए एक झटका है, जबकि कांग्रेस ने अपनी स्थिति को मजबूत करने का संकेत दिया।
इन नतीजों से यह भी स्पष्ट है कि क्षेत्रीय समीकरण और स्थानीय मुद्दे उपचुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गुजरात में जहां बीजेपी का दबदबा बना हुआ है, वहीं आप ने एक वैकल्पिक ताकत के रूप में उभर रही है। केरल में कांग्रेस ने विपक्ष के रूप में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
निष्कर्ष
23 जून 2025 के उपचुनाव नतीजों ने भारतीय राजनीति के बदलते समीकरण को उजागर किया है। बीजेपी ने गुजरात में अपनी मजबूत पकड़ बरकरार रखी, जबकि आप ने एक महत्वपूर्ण सीट जीतकर अपनी उपस्थि तति को दर्शाया। दूसरी ओर, केरल में कांग्रेस की जीत ने पार्टी के लिए नई उम्मीद जगाई है। ये नतीजे 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले सभी दलों के लिए एक सबक हैं कि मतदाताओं की नब्ज को समझना कितना जरूरी है।