11 अप्रैल 2025 को पटना में आरजेडी विधायक रीतलाल यादव के 11 ठिकानों पर एसटीएफ और पटना पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। इस कार्रवाई में लगभग 1000 पुलिसकर्मी शामिल थे। छापेमारी दानापुर स्थित विधायक के आवास, बिहटा और अभियंता नगर के ठिकानों पर की गई। पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, बिल्डरों की शिकायत पर खगौल थाना में दर्ज मामले के आधार पर यह कार्रवाई की गई। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस विशेष मामले में पुलिस ने इतनी बड़ी कार्रवाई की है।
विधायक रीतलाल यादव ने सोशल मीडिया पर पुलिस प्रशासन पर मनमानी और घर की महिलाओं को बेवजह तंग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसे अपनी राजनीतिक छवि धूमिल करने की साजिश बताया है।
इससे पहले, फरवरी 2025 में पटना हाई कोर्ट ने दानापुर की पूर्व विधायक आशा देवी के पति सत्यनारायण सिन्हा की हत्या मामले में रीतलाल यादव समेत अन्य के खिलाफ नोटिस जारी किया था। यह मामला 30 अप्रैल 2003 का है, जब पटना के गांधी मैदान में राजद द्वारा ‘तेल पिलावन, लाठी घुमावन’ रैली का आयोजन किया गया था। इसी दिन खगौल के जमालुद्दीन चक के पास सत्यनारायण सिन्हा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
बिहार में इस तरह की छापेमारी से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। विधायक के समर्थकों और विपक्षी दलों के बीच इस कार्रवाई को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।