गोंदिया।
राज्य में फिलहाल महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा व्यापक पैमाने पर चर्चा में है। रायगढ़ जिले की एक नाबालिग (14 ) के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना से महिला की सुरक्षा पर प्रश्न गंभीर बन गया है। जिसमें महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम ने भी रात के समय यात्रा करने वाली महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया। एसटी की बसेस से अनेक बार रात के समय यात्रा के दौरान कुछ गलत प्रवृत्ति के पुरूष महिलाओं को परेशान करने का प्रयास करते हैं। कुछ लोग बिना वजह निकटता साधते हैं। बिना वजह धक्का-मुक्की करते हैं। जिससे रात के समय यात्रा में महिलाओं को असुरक्षा महसूस होती है। ऐसी परिस्थितियों को टालने के लिए रापनि ने बस में यात्रा के समय लाइट शुरू करने का निर्णय लिया है। इसमें बस चालकों की आंखों को परेशानी न हो इसके लिए भी चालाक अनेक बार बस में लाइट बंद कर कर देते हैं। लेकिन अब महिलाओं के आग्रह पर बस में लाइट शुरू रहेगी। किसी चालक ने विरोध किया तो वह संबंध में महिला सीधे डिपो प्रमुख से शिकायत कर सकेगी।
महिलाएं परिचालक से कर सकेगी सीधी बात-
रात के समय एसटी बस से यात्रा करने वाली महिला को अनेक बार कड़वे अनुभव आए है। इसमें अनेक बार रातरानी से यात्रा करते समय कुछ महिलाओं के साथ अनुसूचित घटना होने के कुछ उदाहरण है। लेकिन अब इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए रापनि ने महिलाओं के रात के समय यात्रा के दौरान बिनती पर एसटी की बस से लाइट शुरू करने का निर्णय लिया। इस निर्णय पर तुरंत क्रियान्वयन करने की सूचना भी दी गई हैं। जिससे परीचालको को इन सूचना का पालन करने का आदेश दिया गया हैं।