गोंदिया।
गोरेगांव तहसील के ढीमरटोली मार्ग पर स्थित बल्लारशाह-गोंदिया रेलवे लाइन पर स्थित रेलवे अंडर ब्रिज की समस्या को लेकर 2 अक्टूबर से रेलवे विभाग के खिलाफ धरना आंदोलन आयोजित किया गया था। पुलिस के कड़े बंदोबस्त के बीच हजारों की संख्या में आसपास गांव के ग्रामवासी ढीमरटोली रेलवे पुल पर जमा हुए थे। यहां रेलवे प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया गया। ऐसे में विधायक विजय राहगंडाले और रेल विभाग के अधिकारियों की एक लंबी बातचीत में इस आंदोलन को पीछे लेने का निर्णय लिया गया। जिसमें रेलवे विभाग ने 6 महीने के अंदर रेलवे अंडर ब्रिज की समस्याओं को दूर करने का आश्वासन जनता को दिया है। गौरतलब है कि तहसील में डवा ढीमरटोली मार्ग आवागमन के दृष्टिकोण से अनेक गांवों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मार्ग है। यहां से डवा, सडवा, कमलेवाडा, गोदा खारी जैसे गांव के ग्रामीण व विद्यार्थी इसी मार्ग से गोरेगांव शहर आवागमन करते हैं। परंतु पिछले कुछ वर्षों से मार्ग पर स्थित रेलवे अंडर ब्रिज इन के आवागमन के लिए एक समस्या बना हुआ है। यहा बरसात के दौरान निरंतर उसे 4 फीट से 5 फीट पानी भरा रहता है। ऐसे में मार्ग से आवागमन बंद करने की नौबत आ जाती है। इस समस्या से रेल विभाग को अनेकों बार अवगत कराया गया। किंतु रेल विभाग ने इस विषय को कभी भी गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में क्षेत्र की भाजपा नेता चित्रलेखा चौधरी ने इस विषय को लेकर 2 अक्टूबर को आंदोलन का पुकारा था। परंतु विधायक विजय राहगंडाले कि मध्यस्था और रेलवे विभाग के मिले आश्वासन के चलते इस आंदोलन को फ़िलहाल वापस लिया गया। इस विषय पर विधायक विजय राहगंडाले ने कहा कि जल्द ही रेल विभाग की ओर से रेलवे अधिकारी व डीएम रेलवे ब्रिज का जायजा लेने यहां पहुंचेंगे। जिसमें कार्य का आराखडा तैयार किया जाएगा। इस बीच वहां मौजूद पूर्व विधायक हेमंत पटले, तहसीलदार सचिन गोसावी, चित्रलेखा चौधरी, संतोष राहगंडाले आसपास के गांवों के सरपंचों किसान उपस्थित थे।