गोंदिया।
एक बच्ची की आंख बाहर निकल आई थी ऐसे हालात में डॉक्टरी पेशे में पहली बार जटिल ऑपरेशन कर बच्ची की जान बचाई गई। आज वह लड़की पहले की तरह सामान्य तथा आंखों को पूर्ण रूप से वापस पा चुकी है। गोंदिया के चर्चा में रहने वाले (बीजे) हॉस्पिटल में सफल ऑपरेशन करने वाले डॉ. नीलेश जैन ने मासूम का सफल ऑपरेशन कर उसे नहीं जिंदगी की रोशनी वापस लौटाई।दरअसल पड़ोसी जिले बालाघाट के हटा निवासी 12 वर्षीय कुमारी हर्षिता सुखराम कावर का कुछ दिनों पूर्व ही गिरते वक्त साइकिल ब्रेक लीवर उसके आंख में घुस गया था। ब्रेक के घुसने की वजह से उसकी पूरी आग बाहर निकल आई थी। और खून का रिसाव जारी जारी था। हर्षिता के परिवार के लोगों ने बिना समय गवाएं उसे गोंदिया के बीजे हॉस्पिटल में लाकर डॉ, नीलेश जैन से मुलाकात की डॉक्टर ने
हर्षिता की हालात देखकर कर आश्चर्यचकित हो गए। उसकी आंख बाहर निकल आई थी और वह दर्द से करा रही थी। डॉ.जैन ने बताया कि उनकी डॉक्टरी के प्रैक्टिस और अध्ययन काल में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज नागपुर, अरविंद आई हॉस्पिटल मदुरई, और कोयंबटूर में भी ऐसा केस नहीं आया था। ऐसी इमरजेंसी थी कि वे सीनियर्स अपने टीचर से भी सलाह मशवरा नहीं कर पाए अपने विवेक और अपनी प्रैक्टिस के अनुभव के आधार पर ही उपचार किया। और सफल सर्जरी कर बच्ची की जान बचाकर उन्होंने खुशी जाहिर की। और आत्मिक संतोष एक ईश्वर की कृपा से लड़की पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गई है। निलेश जैन द्वारा इस अनोखे ऑपरेशन की सफलता पर शहर में चारों तरफ उनकी सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है।